Monday 25 December 2017

घोड़े की नाल के तांत्रिक प्रयोग

घोड़े की नाल और तंत्र प्रयोग  
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1- काले वस्त्र में लपेट कर अनाज में रख दो तो अनाज में वृद्धि हो। 
- काले वस्त्र में लपेट कर तिजोरी में रख दो तो धन में वृद्धि हो। 
3- अंगूठी या छल्ला बनाकर धारण करे तो शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिले।
4- द्वार पर सीधा लगाये तो दैवीय कृपा मिले।
5- द्वार पर उल्टा लगाओ तो भूत, प्रेत, या किसी भी तंत्र मंत्र से बचाव हो।
6- शनि के प्रकोप से बचाव हेतु काले घोड़े की नाल से बना छल्ला सीधे हाथ में धारण करें।
7- काले घोड़े की नाल से चार कील बनवाये और शनि पीड़ित व्यक्ति के बिस्तर में चारो पायो में लगा दें।
8- काले घोड़े की नाल से चार कील बनवाये और शनि पीड़ित व्यक्ति के घर के चारो कोने पे लगायें।
9- काले घोड़े की नाल से एक कील बनाकर सवा किलो उरद की दाल में रख कर एक नारियल के साथ जल में प्रवाहित करे।शनि दोष और दुस्प्रभाव से मुक्ति मिले |
10- काले घोड़े की नाल से एक कील या छल्ला बनवा ले, शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भर कर है छल्ला या कील दाल कर अपना मुख देखे और पीपल के पेड़ के नीचे रख दें।
काले घोड़े की नाल और तंत्र प्रयोग
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तंत्र क्रियाओं में अनेक वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है। काले घोड़े की नाल भी उन्हीं में से एक है। ऐसा मानते हैं कि तंत्र प्रयोग में यदि काले घोड़े की नाल का प्रयोग किया जाए तो असंभव कार्य भी असंभव हो जाता है। तंत्र शास्त्र के अनुसार वैसे तो किसी भी घोड़े की नाल बहुत प्रभावशाली होती है लेकिन यदि काले घोड़े के अगले दाहिने पांव की पुरानी नाल हो तो यह कई गुना अधिक प्रभावशाली हो जाती है। इसके कुछ प्रयोग इस प्रकार हैं-
 - यदि दुकान ठीक से नहीं चल रही हो या किसी ने दुकान पर तंत्र प्रयोग कर उसे बांध दिया हो तो दुकान के मुख्य द्वार की चौखट पर नाल को अंग्रेजी के यू अक्षर के आकार में लगा दें। आपकी दुकान में ग्राहकों की संख्या बढऩे लगेगी और परिस्थितियां अनुकूल हो जाएंगी।
 - यदि घर में क्लेश रहता हो, आर्थिक उन्नति नहीं हो रही हो या किसी ने तंत्र क्रिया की हो तो घर के मुख्य द्वार पर नाल को अंग्रेजी के यू अक्षर के आकार में लगा दें। कुछ ही दिनों में नाल के प्रभाव से सबकुछ ठीक हो जाएगा।
 - यदि किसी कार्य में अड़चन आ रही हो तो शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल को विधिपूर्वक दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें। आपके बिगड़े काम बन जाएंगे और साथ ही धन लाभ भी होगा।
घोड़े की नाल और घर में शान्ति
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घोड़े की नाल घोड़े की गति बढ़ाने में तो खास भूमिका निभाती ही है, वास्तुदोष दूर कर आपकी किस्मत भी चमका सकती है।
घोड़े की नाल को सामान्यत: धातु से निर्मित किया जाता है। कभी-कभी इसे आधुनिक सिंथेटिक साम्रगी से भी बनाया जाता है। इसे घोड़े की खुर की रक्षा करने के लिए लगाया जाता है। अलबत्ता घोड़े की नाल का उपयोग महज इतना ही नहीं है। लोहे से बनी यह सामान्य सी वस्तु बेहद चमत्कारी है। इसे स्थापित करने से बीमारी और दुर्भाग्य दूर रहता है। माना यह भी जाता है कि घोड़े की नाल जादू-टोने व बुरी नजर से भी रक्षा करती है। 
यह लोहे से निर्मित होती है, जो धातु तत्व का प्रतीक है। इसे बनाने के लिए आग का प्रयोग किया जाता है, जिसे वास्तु और फेंग्शुई के पांच महत्वपूर्ण तत्वों में से एक अहम तत्व माना जाता है। घोड़े को भी भाग्यशाली जानवर माना गया है। यही वजह है कि घोड़े की नाल वास्तु गैजेट के रूप में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
घोड़े की नाल से जुड़ा एक और पहलू है। अर्ध चन्द्रमा रूपी इसके आकार के कारण इसे चन्द्र देव का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि घोड़े की नाल को स्थापित करने से चन्द्रमा मजबूत होता है। फलस्वरूप घर में बेहतर स्वास्थ्य, शांति और खुशहाली का माहौल बनता है। दिलचस्प तथ्य यह है कि घोड़े की नाल को एक गैजेट के रूप में विदेशों में भी लोकप्रियता प्राप्त है। घोड़े की नाल को मुख्य प्रवेश द्वार पर अथवा लिविंग रूम के प्रवेश द्वार पर ऊपर व बाहर की ओर लगाना चाहिए।
बुरी नजर और दुष्प्रभाव रोकती है घोड़े की नाल
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शत्रु एवं शनि पीड़ित लोग काले घोड़े की नाल के छल्ले का प्रयोग करें तो उत्तम लाभ होता है। यह छल्ला दाहिने हाथ की बीच की (मध्यमा) उंगुली में धारण करना चाहिए। आप-धापी के इस युग में मनुष्य को एक और समयभाव हैं वहीं दूसरी और अपनी स्वार्थपूर्ति हेतु वह विभिन्न टोटकों एवं कुकर्मों का सहारा लेता है। किसी का अगर थोड़ा सा भी कारोबार अच्छा चला, वहीं ईर्ष्या रखेंने वाले लोग अनेक प्रकार के घृणित टोटकों का सहारा लेकर कारोबार को नष्ट प्रायः कर देते है। ऐसे लोगों की बुरी नजर से बचने का अत्यन्त सटीक उपाय है घोड़े की नाल का छल्ला। ध्यान रखेंना चाहिए वह छल्ला एकदम शुद्व एवं प्रमाणिक होना चाहिए। तभी इसका पूर्ण लाभ मिलता है घर तथा कार्य स्थान के मुख्य दरवाजे के ऊपर अन्दर की ओर यू’ के आकार में लगाई गई काले घोड़े के नाल उस स्थान की सभी प्रकार तांत्रिक प्रभाव जादू-टोने, नजर आदि से रक्षा करती है।छल्ला बनवाने के लिए इसे गरम नहीं किया जाना चाहिए अपितु बिना गर्म किये बनाया जाना चाहिए |...............................................................हर-हर महादेव



रुद्राक्ष [Rudraksh ] के चमत्कारी प्रयोग

विवाह की अड़चने दूर करे रुद्राक्ष
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सोमवार के दिन अविवाहित कन्या एक रुद्राक्ष और पांच विल्व पत्र लेकर  भगवान् शिव के मंदिर में जाए  और विल्व पत्रों के साथ रुद्राक्ष शिव जी को अर्पित करे अर्थात चढ़ा दे तो विवाह में आ रही अड़चने दूर होती हैं |
घर की वायव्य बाधाएं दूर करे रुद्राक्ष
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रविवार की रात्री में घर में  एक रुद्राक्ष लेकर उसपर काला रेशमी धागा लपेटकर बिना किसी को बताये चुपचाप तिराहे पर रख आने से घर में व्याप्त समस्त भूत-प्रेत एवं अन्य योनियो की उपद्रवकारी गतिविधियाँ रुक जाती हैं
रुद्राक्ष दूर करे पित्र दोष
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पित्र पक्ष के दिनों में एक पूजित रुद्राक्ष स्थापित करके उसके समक्ष नित्य एक माला "ॐ नमः शिवाय " मंत्र का जप करें और ऐसा १५ दिन तक नियम पूर्वक करने के बाद अमावस्या के दिन इसे लाल धागे में गले में धारण कर लें तो चली आ रही पित्र दोष से उत्पन्न कष्ट समाप्त होते हैं और उनका दुष्प्रभाव व्यक्ति पर से हटता है |
रुद्राक्ष से शारीरिक-मानसिक समस्या निवारण
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यदि घर में किसी को मिर्गी ,रहस्यमय ढंग से सर चकराना ,अचानक रह रह कर बेहोश हो जाना अथवा हाथ पाँव ऐंठ जाना जैसी बाधाकारक समस्याएं-ब्याधियाँ अथवा भूत-प्रेत की समस्या हो तो एक रुद्राक्ष को काले धागे में बांधकर गले में धारण करना लाभदायक रहता है |
साधना की सफलता में सहायक रुद्राक्ष
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तीक्ष्ण साधनाओं जैसे भूत-प्रेत साधना ,भैरव साधना ,वीर-बैताल साधना अथवा श्मशान प्रयोगों में रुद्राक्ष धारण सुरक्षा के साथ ही सफलता भी बढ़ा देता है ,रुद्राक्ष सभी साधनाओं की सफलता बढ़ता है चाहे वे वाम मार्गी साधनाएं हों अथवा दक्षिणमार्गी साधनाएं है ,यह एक ऐसी वनस्पति है जो सभी प्रकार की पूजा-अनुष्ठान-साधना में स्वीकार्य है और सफलता बढाती है |जो वशीकरण में आश्चर्यजनक रूप से निश्चित सफलता पाना चाहते हैं ,वे किसी भी प्रकार की वशीकरण साधना में यदि रुद्राक्ष को भी साथ रखें और साधना समाप्ति के बाद रुद्राक्ष गले में धारण कर मनोवांछित व्यक्ति के पास जाएँ तो वह निश्चित रूप से वशीभूत होता है |
विद्या बुद्धि एवं सफलता प्राप्ति हेतु रुद्राक्ष धारण
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विद्या,ज्ञान बुद्धि की प्राप्ति के लिए तीन मुखी : मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, इसे धारण करने से तीब्र बुद्धि होती है अद्भुत स्मरण शक्ति प्राप्त होती है, जो पढाई में कमजोर हों वे इसे अवश्य धारण करें,बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा, तीन मुखी या : मुखी रुद्राक्ष धारण, करने से रचनात्मक कार्यों में भी बहुत लाभ मिलता है, जैसे यदि आप फैशन डिजाइनर हो, सौन्दर्य जगत से जुड़े हो, लेखक या सम्पादक हों, चित्रकार या अनुसंधानकर्ता हों तो ये रुद्राक्ष आपको बहुत लाभ प्रदान करेंगे,|
रोजगार,व्यक्तित्व विकास एवं इंटरव्यू में सफलता हेतु रुद्राक्ष :
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यदि आप अपना चौमुखी विकास करना चाहते हों तो या रोजगार पाना चाहते हों तो नौ मुखी, चार मुखी या फिर तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें, इसे धारण करने से सहनशीलता,बीरता,साहस,कर्मठता में बृद्धि होती है, इसका सबसे बड़ा गुण ये भी है की ये रुद्राक्ष संकल्प शक्ति में बृद्धि करते हैं जिससे आप अपने लक्ष्य तक जरूर पहुंचते ही है, बेरोजगार या नौकरी की तलाश कर रहे व्यक्ति को इससे उत्तम रोजगार प्राप्त होता है, यदि आप बार बार इन्टरवियू में असफल हो रहे हों तो इनमेंसे कोई एक रुद्राक्ष तुरंत धारण करेने से लाभ मिलेगा, यदि आप जीवन में आगे की बजाय पीछे की और जा रहे हों तो इन रुद्राक्षों को धारण करने से उन्नति अवश्य मिलेगी|
सामाजिक,पारिवारिक समस्याओं एवं विवाह सम्बन्धी समस्याओं के लिए रुद्राक्ष
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यदि  विवाह में बाधा आरही है नहीं हो पा रहा  है या विवाह के बाद गृहस्थी सुखी नहीं है, आपके सम्बन्ध अपने रिश्ते नाते वालों के साथ ठीक नहीं हैं या समाज में शत्रु ही शत्रु  हो गए हों, तो आपको दो मुखी रुद्राक्ष या गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए,इसे धारण करने से घर में होने वाले परस्पर झगड़ों से मुक्ति पाई जा सकती है, ये रुद्राक्ष पति-पत्नी, पिता-पुत्र, भाई-बहन,गुरु शिष्य अथवा मित्रों आदि के साथ के मतभेदों को दूर करता है, लड़के लड़कियों के विवाह में अनावश्यक विलम्ब हो रहा हो तो इसे जरूर धारण करवाएं लाभ मिलेगा, आप मंगलबार के दिन इनमे से कोई भी रुद्राक्ष धारण करें|
दुर्घटना से बचाव, बुरी नजर, जादू-टोनों, बुरे ग्रहों से बचाव अपनी सुरक्षा हेतु रुद्राक्ष :
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यदि आप अपनी सुरक्षा को ले कर बहुत चिंतित हों, वाहन चलने से घबराते हों, बार-बार दुर्घटनाएं होती हों, कुंडली हमेशा ही कोई नीच ग्रह या बाधा बनी रहती हो, भाग्य आपका साथ दे रहा हो, जादू-टोनों से या फिर बुरी नजर से परेशान हों, भूत प्रेत अथवा सांप चूहे छिपकली से डर लगता हो, तो आपको ग्यारह मुखी या फिर दस मुखी रुद्राक्ष धारण काना चाहिए, यदि घर में बुरे साए का वास हो जो आपको परेशान करता हो तो सभी पारिवारिक सदस्य इसे धारण करें, यदि आप पवित्रता से रख सकते हैं तो वाहन अथवा तिजोरी की चाबी में छल्ले के रूप में भी आप इसका प्रयोग कर सकते हैं|
प्रेम प्राप्ति अथवा आकर्षण हेतु रुद्राक्ष :
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यदि आप किसी से प्रेम करते है और चाहते है की आपका प्रेम परिणित हो अथवा आप आकर्षण प्राप्त करना चाहते हों, तो : मुखी या तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करें, आप थियेटर या मंच से जुड़े हुये हों, धर्माचार्य हों या शिक्षक हों, मार्केटिंग या प्रचार माधयमों जैसे टीवी रेडिओ फिल्म आदि से जुड़े हैं तो आप ये रुद्राक्ष धारण कर लाभ पा सकते हैं, आपका प्रेम सम्बन्ध यदि टूट गया है, या आपके जीवन में कोई है जिसे आप खोना नहीं चाहते तो ये रुद्राक्ष फायदेमंद रहेगा|
धन लाभ एवं कार्य व्यवसाय, व्यापार से लाभ प्राप्त करने हेतु रुद्राक्ष
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यदि आप व्यापारी हैं कोई व्यवसाय करते हैं, कोई कंपनी चलाते है, या कोई निजी व्यवसाय करते है जिससे आपको धन लाभ की आकांक्षा है, तो आप सातमुखी, ग्यारह मुखी,गणेश रुद्राक्ष अथवा लक्ष्मी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं, इन रुद्राक्षों को धारण करने से गरीवी का नाश होता है, जिस व्यवसाय में आप हैं उसी से आपको लाभ मिलने लगता है, आपका यश, मान, प्रतिष्ठा ऐसी बढती है की हर ओर से धन ही धन आने लगता है,आपके जीवन के सुखों में ओर अधिक बृद्धि होती है.
रोगमुक्ति, स्वास्थ्य लम्बी आयु हेतु रुद्राक्ष :
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यदि आप सदा तरह-तरह के रोगों से ही घिरे रहते हों, बीमारियाँ आपका पीछा ही नहीं छोड़ रही हों, यदि आप मानसिक रूप से भी परेशान ही रहते हों, चिंताएं खाए जा रही हों, कुंडली या क्रूर ग्रह अकाल मृत्यु का संकेत दे रहे हों तो आपको चौदह मुखी या आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, अकाल मृत्यु को टालने की इनमें अभूतपूर्व क्षमता है, रोग नाश के साथ-साथ जीवन की विकट परिस्थितियों में उचित निर्णय लेने की क्षमता भी प्रदान करता है|
 समाजसेवा, शासन-प्रशासन, सत्ता या राजनीती में सफलता हेतु रुद्राक्ष:
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यदि आप समाज सेवी हैं और अपने कार्यों को तीब्रता से करना चाहते हैं, शासन प्रशासन में अपनी पकड मजबूत करना चाहते हैं, आप युवा नेता या गहरे राजनीतिज्ञ हैं और अपने क्षेत्र के मुकाम को हासिल करना चाहते हैं, तो आपको बारह मुखी या सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, इससे व्यक्ति की कीर्ति, यश, सूर्य के सामान चमकने लगती है, इसे धारण करने से बाणी में चातुर्य आता है संबोधन में आकर्षण पैदा होता है, आप अपनी गहरी छाप सब पर छोड़ सकते हैं|
  मुसीबत से या कोर्ट कचहरी मुकद्दमों से शीघ्र मुक्ति हेतु रुद्राक्ष :
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यदि आप पर कोई मुसीबत आन पड़ी हो कोई रास्ता सूझ रहा हो या आप कोर्ट कचहरी के मामलों में फँस गए हों, आपका धैर्य जबाब देने लगा हो, जीवन केवल संघर्ष ही रह गया हो, अक्सर हर जगह अपमानित ही महसूस करते हों, तो आपको सात मुखी, पंचमुखी अथवा ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने चाहियें, समस्याओं के मध्य से भी तुरंत हल निकल आएग |………………………………………………………………………….हर-हर महादेव


महाशंख  

                      महाशंख के विषय में समस्त प्रभावशाली तथ्य केवल कुछ शाक्त ही जानते हैं |इसके अलावा सभी लोग tantra में शंख का प्रयोग इसी...