असंभव को सम्भव बनाती है चमत्कारी दिव्य गुटिका
/डिब्बी
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आज के समय में शेयर ,लाटरी ,कमोडिटी ,सट्टा ,कमीशन के कार्य आकस्मिक आय के स्रोत के रूप में विकसित हो चुके हैं |लोग इनके द्वारा आकस्मिक और अधिक आय प्राप्त कर धन प्राप्ति की कामना से इनमे इन्वेस्ट करते रहते हैं अथवा इनका उपयोग करते हैं |किन्तु
केवल कुछ प्रतिशत ही इसमें सफल हो पाते हैं अन्य के लिए यह स्वप्न
देखते हुए मृग मरीचिका साबित होता है |कुछ तो इनमे अपनी जमा पूँजी तक गँवा बैठते हैं और कंगाल हो जाते हैं अथवा कर्ज में डूब जाते हैं |कुछ लोग रियल एस्टेट आदि विजनेस
में इन्वेस्ट करके भी फंस जाते हैं |अधिकतर
ऐसे लोगों को लगता है की उन्हें आकस्मिक आय होगी ,ज्योतिषी भी उन्हें
बताता है की उन्हें आकस्मिक आय के योग हैं किन्तु
फिर भी वह सफल नहीं होते हैं अथवा जितना मिलना चाहिए नहीं मिल पाता है |इसका कारण होता है भाग्य के बाधा कारक कारण ,भाग्य को रोकने वाली विभन्न प्रकार की शक्तियाँ जिनका ग्रहों
से कोई सम्बन्ध नहीं होता किन्तु वह ग्रह प्रभाव को रोकते और प्रभावित करते हैं |दूसरा कारण होता है की इन कार्यों में लगे लोगों द्वारा समय पर सही निर्णय
न ले पाना ,अथवा उनके व्यक्तित्व की कमियां जिससे वह लोगों को प्रभावित नहीं कर पाते या समय पर उचित ,उपयुक्त कार्य ,निर्णय
नहीं कर पाते और लाभ नहीं उठा पाते |इनमे भी कुछ हद तक नकारात्मक उर्जाओं का प्रभाव
होता है |
सामान्यरूप से हर किसी की चाह होती है की लोग उनकी और आकर्षित हों ,देखकर खींचे चले आयें ,जो मिले प्रभावित हो ,जहाँ जाए किसी काम से वहां सफलता मिले ,कहीं किसी समस्या-परेशानी का सामना न करना पड़े |हर इंसान के अन्दर यह कामना होती है की उसका व्यक्तित्व ऐसा आकर्षक हो की लोग चुम्बक की तरह खिचे चले आये ,उसका व्यतित्व सम्मोहक हो |हर व्यक्ति पर उसका प्रभाव पड़े ,कार्य-व्यवसाय के क्षेत्र के लोग अनुकूल हों ,सफलता मिले ,उन्नति हो |आकस्मिक आय के स्रोत मिलें जिससे अतिरिक्त आय हो और उनका जीवन स्तर उठ सके |यह असंभव नहीं है |यह संभव है तंत्र के माध्यम से |इस हेतु थोड़े से नियम और सावधानी के साथ यदि हमारे द्वारा निर्मित दिव्य गुटिका /डिब्बी का प्रयोग किया जाए |यह गुटिका तंत्र की उन दिव्य चमत्कारी वस्तुओं से परिपूर्ण हैं जो किसी के भी जीवन में चमत्कार कर सकती है |इसकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है |इससे वह सबकुछ पाया जा सकता है जो एक सामान्य व्यक्ति की इच्छा होती है ,यद्यपि इसके अनेक अलौकिक प्रयोग भी है ,जो असंभव कार्य भी कर सकते हैं पर उसके लिए इसपर विशिष्ट क्रियाएं करनी होती हैं |कोई क्रिया न भी की जाए और सामान्य पूजा के साथ पवित्रता रखी जाए तो उपरोक्त लाभ मिलते ही हैं |तंत्र जिन वस्तुओं ,पदार्थों को इन सभी कार्यों में उपयोगी
मानता है उन्हें हमने उनके निश्चित मुहूर्त ,समय ,दिन के अनुसार निष्कासित ,प्राण प्रतिष्ठित ,अभिमंत्रित किया है जिससे तंत्र द्वारा
बताये गए लाभ प्राप्त किये जा सकें |यह हमारे वर्षों के तंत्र शोध पर आधारित
है जिसके बहुत ही अच्छे परिणाम मिले हैं |
इस चमत्कारिक दिव्य गुटिका
के मुख्य अवयव हत्थाजोड़ी और सियार्सिंगी होते है ,जिनके साथ श्वेतार्क ,नागदौन ,महायेगेश्वरी ,एरंड ,अमरबेल ,अपराजिता ,हरसिंगार ,रुद्राक्ष ,गुडमार
,दक्षिणावर्ती शंख ,पीली कौड़ी ,गोमती चक्र ,स्फटिक ,आदि विभिन्न २३ अन्य अद्भुत ,विशिष्ट और चमत्कारिक वनस्पतियाँ और वस्तुएं होती हैं ,जो विभिन्न धनात्मक और सकारात्मक शक्तियों जैसे -चामुंडा ,काली ,शिव ,दुर्गा ,गणेश ,लक्ष्मी ,शनि ,वृहस्पति ,विष्णु आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं और मिलकर ऐसा अद्भुत
प्रभाव उत्पन्न करते हैं की यह चमत्कारिक प्रभाव युक्त हो जाती है |यह सभी वस्तुएं विशिष्ट उच्च स्तर के साधक द्वारा विशिष्ट मुहूर्त में प्राण-प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित होती हैं ,जबकि उपयोग किये गए सामान भी विशिष्ट मुहूर्त में ही विशिष्ट तांत्रिक पद्धति से निष्कासित और प्राप्त किये हुए होते हैं |उपरोक्त वस्तुओं की उपयुक्त और विशिष्ट मुहूर्त में विशिष्ट तांत्रिक साधक द्वारा की गयी तांत्रिक क्रिया के बल पर यह गुटिका अति शक्तिशाली वशिकारक-आकर्षक -सुरक्षाप्रदायक ,धन-संमृद्धि प्रदायक हो जाती है |इससे निकलने वाली तरंगे साथ रखने वाले धारक के साथ साथ ही आसपास के लोगों को भी प्रभावित करती है, जिससे धारक को उपरोक्त लाभ मिलने लगते हैं |
इस डिब्बी
के उद्देश्य विशेष के साथ ,प्रयोग भी विशिष्ट हो जाते हैं |लक्ष्मी प्राप्ति हेतु इस पर लक्ष्मी या कमला के मंत्र जप किये जा सकते है |यह शेयर ,सट्टा ,लाटरी ,कमोडिटी ,मार्केटिंग ,सेल्स से जुड़े लोगों को स्वाभाविक लाभ देती है क्योकि इसमें आकस्मिक आय प्रदान
करने में सहयोगी tantra वस्तुएं है जो आकर्षण शक्ति बढ़ाने के साथ आय बढाती हैं |नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए इसपर काली ,चामुंडा ,दुर्गा के मंत्र विशिष्ट प्रभाव उत्पन्न करते हैं |यह अभिचार हटाने और उसका प्रभाव कम करने का काम करती है |भूत-प्रेत ,वायव्य
बाधाओं को इससे कष्ट होता है और काली ,दुर्गा
के मंत्र से उनकी शक्ति कम होती है |गणपति मंत्र करने से सुख -समृद्धि प्राप्त होती है |आकर्षण ,वशीकरण मंत्र का जप करने से आकर्षण प्रभाव उत्पन्न होता है |ग्रहण में मंत्र इस पर जपने से इसका प्रभाव और मंत्र का प्रभाव
दोनों बढ़ते हैं |किसी भी मंत्र की सिद्धि इसके माध्यम से आसान हो जाती है |इस डिब्बी पर किये जा सकने वाले लगभग २५ तरह के विशिष्ट प्रयोग
हमने अपने blog पर प्रकाशित किये हैं ताकि डिब्बी धारक को कहीं से प्रयोग न खोजना पड़े और जब वह चाहें अपने अलग अलग उद्देश्य के अनुसार
अलग अलग प्रयोग कर सकें |इन प्रयोगों में पत्नी अथवा पति वशीकरण
प्रयोग ,आकर्षण प्रयोग
,होली और दीपावली पर किये जाने वाले महालक्ष्मी प्रयोग ,भूत -प्रेत -अभिचार -नकारात्मक ऊर्जा हटाने के प्रयोग
,चामुंडा प्रयोग ,सर्वजन वशीकरण
प्रयोग आदि मुख्य हैं |
विशेष प्रयोग
न भी हों मात्र सामान्य पूजन होता रहे और ॐ नमश्चडिकाये नमः का भी जप थोडा सा होता रहे तो सभी क्षेत्रों में लाभ प्रदान करती है |यदि कुलदेवता /देवी रुष्ट हैं अथवा उन्हें
पूजा नहीं मिल रही या वह भूल गए हैं तो नवरात्र में इस गुटिका में एक सिक्के को कुलदेवता मानकर और एक सामान्य सुपारी
अथवा चाँदी की सुपारी पर मौली लपेटकर कुलदेवी मानकर इसमें स्थापित करके रोज सामान्य पूजा होने लगे तो कुलदेवी /देवता की समस्या
समाप्त हो जाती है |जिन परिवारों में अथवा घरों में किसी भी कारण वश किसी बाहरी शक्ति का प्रवेश हो गया हो और वह कुलदेवता /देवी की अथवा घर की पूजा ले रहा हो जिससे ईष्ट तक पूजाएँ न पहुँच रही हों अथवा सभी प्रकार
के पूजा पाठ व्यर्थ जा रहे हों तो इस डिब्बी /गुटिका पर दुर्गा अथवा काली के मन्त्रों का जप क्रमशः उस बाहरी नकारात्मक शक्ति के प्रभाव को क्षीण करता है और कुछ समय बाद कुलदेवता /देवी को पूजा मिलने लगती है |सभी पूजा -पाठ ,उपाय काम करने लगते हैं |किसी ने कहीं से कोई अभिचार किया हो अथवा किसी शक्ति को किसी पर भेजा हो तब इस डिब्बी
पर दुर्गा
अथवा काली का नियमित जप करते हुए इसमें चढ़ाए जाने वाले सिन्दूर का तिलक करने से अभिचार
समाप्त होता है और भेजी गयी शक्ति की ऊर्जा क्षीण होती है |समय क्रम में डिब्बी की शक्ति बढने और परिवार
से ऊर्जा अधिक जुड़ने पर बाहरी शक्ति का प्रभाव ख़त्म होने लगता है |इसमें चढ़ाये जाने वाले सिन्दूर का तिलक वशीकरण का कार्य करता है और लोग आकर्षित होते हैं |लोगों पर वाशिकारक प्रभाव पड़ता है जिससे वहां भी काम बनते हैं जहाँ उम्मीद
न हो |
इस प्रकार
यह गुटिका
/डिब्बी अनेक लाभ देने के साथ घर और व्यक्ति पर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है जिससे उसके भाग्य का निर्धारित लाभ मिलता है |विभिन्न नकारात्मक उर्जायं और शक्तियाँ व्यक्ति को समयानुसार उपयुक्त और उचित कार्य करने में बाधा डालती हैं ,परिवार में बीमारी
,असंतोष ,लड़ाई झगडे उत्पन्न कर व्यक्ति की उन्नति
रोकती हैं ,अनावश्यक रोग बीमारी
आलस्य उत्पन्न कर व्यक्ति को आगे बढने नहीं देती ,व्यक्ति में व्यसन ,दोष आदि उत्पन्न कर उसको भ्रष्ट कर लक्ष्य से भटका देती हैं |कभी कभी कुछ विरोधी भी नकारात्मक शक्तियों ,उर्जाओं का प्रयोग कर समस्या
उत्पन्न कर देते हैं |इन सबसे व्यक्ति अपने ही भाग्य का फल नहीं प्राप्त कर पाता है |यह गुटिका
/डिब्बी इन सभी समस्याओं का समाधान
करती है और नकारात्मक प्रभावों को हटाती ,है |व्यक्ति की औरा ,प्रभाव
में परिवर्तन ला उसका व्यक्तित्व आकर्षक बनाती है जिससे उसके लाभ बढ़ जाते हैं |आकस्मिक आय के स्रोत जो मिलने होते हैं वह मिलते हैं ,कोई बाधा उसके भाग्य प्राप्ति में रुकावट नहीं बन पाती |इस प्रकार यह शेयर ,सट्टा ,लाटरी ,कमोडिटी ,दलाली ,रियल एस्टेट ,सेल्स ,मार्केटिंग वालों के लिए बेहद उपयोगी बनती है |यह उनके लिए भी बहुत उपयोगी है जिन्हें लगता है की उनके दूकान ,व्यवसाय को बाँध दिया गया है अथवा किसी तंत्र का प्रयोग किया गया है अथवा कुदृष्टि है |जो लोग नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से उन्नति
नहीं कर पा रहे ,घर -परिवार में किसी बाधा का प्रकोप है जिससे उनकी उन्नति रुक गयी है उनके लिए यह बहुत अच्छा कार्य करती है |,.............................................................हर-हर महादेव
पंडीत जी इस डिबिया का मूल्य क्या होगा???
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