Tuesday, 28 May 2019

नौकरी -व्यवसाय चौपट ,घर -परिवार तबाह,- क्या करें ?


उपाय करके थक गए ,कोई युक्ति काम नहीं करती
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हजारों ज्योतिषी -तांत्रिक -बाबा -स्वामी -अघोरी -पंडित ,इंटरनेट -फेसबुक -गूगल पर और देश -विदेश में भरे पड़े हैं |लाखों लोग रोज इनसे सम्पर्क करते हैं और लाखों उपाय रोज बताये जाते हैं किन्तु बहुत ही कम ऐसे लोग होते हैं जो यह कह सकें की उनकी समस्या हल हो गयी |समस्या हल होती है और उपाय भी काम करते हैं किन्तु सबके साथ ऐसा नहीं होता और बहुत से लोग फिर यहाँ वहां चक्कर लगाने को मजबूर होते हैं अथवा कई जगह जाकर ,उआय कर कर के निराश हो कहने लगते हैं की जो भाग्य में होता है वही होता है ,कोई उपाय काम नहीं करता या कुछ कहने लगते हैं की सब लूटने का धंधा है ,कुछ नहीं होता जो भगवान् चाहता है वही होता है |ज्योतिष और तंत्र दोनों के मामले में ऐसा होना आज आम हो गया है जबकि अक्सर उपाय असफल हो जाते हैं और व्यक्ति की समस्या कम नहीं होती अथवा बढती ही जाती है |आज के इस लेख में हम यह देखते हैं की सामान्यतया उपाय असफल क्यों होते हैं और घर -परिवार तबाह होता जाता है ,उन्नति रुक जाती है ,पतन होने लगता है ,नौकरी या तो लगती नहीं या बार बार छूटती है या वहां उन्नति नहीं होती |व्यापार -व्यवसाय फलीभूत नहीं होता अथवा अवनति को प्राप्त होने लगता है |निम्न कुछ कारण हैं जो उपाय सफल नहीं होने देते और व्यक्ति की स्थिति नहीं सुधर पाती -
[ ] आपको आपके कुलदेवता /देवी का पता नहीं है और उनकी पूजा नहीं हो रही या कुलदेवता /देवी का पता है और पूजा भी हो रही किन्तु त्रुटी रह जा रही या गलती हो रही या कुलदेवता /देवी की ठीक से पूजा हो रही किन्तु आपके संस्कार और कर्म आपके खानदान -वंश -जाति की परंपरा से अलग हो गए हैं और गलत हो गए हैं तो आपके कुलदेवता /देवी रुष्ट अथवा असंतुष्ट हो जाते हैं |इस स्थिति में प्रथम तो वह किसी भी नकारात्मक प्रभाव से आपकी सुरक्षा नहीं करते ,दूसरा आप द्वारा किसी भी देवी -देवता के लिए किया गया कोई भी पूजा पाठ -उपाय उस देवता तक नहीं पहुँचता जिसकी आप पूजा -उपाय करते हैं |यहाँ तक की दैनिक ईष्ट की पूजा भी ईष्ट तक स्वीकार नहीं होती |कोई ज्योतिषी यह नहीं बता सकता की आखिर आपकी पूजा कहाँ जा रही है और क्यों उपाय नहीं काम कर रहे |
[ ] आप या आपके घर परिवार में किसी ब्रह्म ,पीर ,सती ,बीर ,शहीद ,मजार ,साईं ,प्रेत ,पिशाच आदि को पूजा जाता है तो आपके कुलदेवता /देवी आपका घर -परिवार छोड़ देते हैं जिससे यह शक्तियाँ आपकी पूजा लेने लगती हैं और अपनी शक्ति बढाने लगती हैं अपनी तृप्ति पूर्ती करने लगती हैं |आपके यहाँ से कुलदेवता हमेशा के लिए चले जाते हैं अतः सुरक्षा तो समाप्त होती ही है ,आपकी पूजा भी किसी देवी -देवता को नहीं मिलती |यह शक्तियां ही आपकी पूजा ले लेती हैं |अब आप उस शक्ति के रहमो करम पर हो जाते हैं जिसको पूज रहे |किन्ही कारणों वश आपने पूजा बंद की तो यह परिवार तबाह करने लगता है | इस स्थिति में भी ज्योतिष के उपाय और पूजा पाठ असफल हो जाते हैं |यहाँ तक की अच्छे अच्छे तांत्रिक भी सीधे हस्तक्षेप से बचते हैं और आपकी स्थिति बिगडती ही जाती है |
[ ] आपके घर या आप पर पित्र दोष है या परिवार में अकाल मृत्यु आदि हुई है तो आप पित्र शांति के उपाय करने लगते हैं जब भी परेशांन होते हैं तो किन्तु पित्र आत्माओं के साथ जुड़ गयी बाहर की आत्माओं पर इन उपायों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और यह अपने पितरों से अधिक क्षति करते हैं |अपनी तृप्ति के लिए यह परिवार को पीड़ित करते हैं क्योंकि इस परिवार से उनका कोई लगाव नहीं होता |जैसे आपके मित्र हैं वैसे ही यह आत्माएं पित्र आत्माओं के साथ मित्र रूप में ही आती हैं किन्तु परिवार से जुड़ाव न होने से यह मात्र अपनी संतुष्टि का प्रयास करती हैं |अगर उपरोक्त [ ] या [ ]प्रकार की समस्या घर में है तो पित्र शान्ति के कोई प्रयास सफल नहीं होते ,पित्र दोष गंभीर हो जाता है और पित्र असंतुष्ट या रुष्ट हो जाते हैं |अब कोई उपाय काम नहीं करता |
[ ] आपने कोई नया मकान बनाया और ध्यान नहीं दिया की जमीन के नीचे क्या क्या दबा है या कोई नया फ़्लैट /मकान लिया और आपो पता नहीं वह कैसी जमीन पर बना है तो आप गंभीर नकारात्मक शक्ति के प्रभाव में आ सकते हैं जो की पहले से वहां है |अक्सर कब्रिस्तान ,श्मशान ,कुएं ,तालाब या नदी किनारे बने मकानों के साथ ऐसा होता है या जिस स्थान पर अथवा जिस मकान में अकाल मृत्यु या हत्याएं हुई हों |यहाँ स्थित शक्ति नहीं चाहती की आप वहां रहें अतः वह परेशानी उत्पन्न करती है |इसका पता किसी कुंडली से कोई ज्योतिषी नहीं बता सकता |यह शक्तियाँ आपके घर में भी अपना आभास करा सकती हैं |जरुरी नहीं की मल्टी स्टोरी बिल्डिं में रहने वाले सभी इनसे प्रभावित हों |जिसका सुरक्षा घेरा कमजोर होगा वह इनसे पीड़ित होगा |यहाँ आप उपाय किसी और कारण का करेंगे पर कारक कोई और होगा |आपके उपाय असफल हो जायेंगे |इसे साथ उपर के लिखे कुछ कारक जुड़ गए तो आपकी स्थिति गंभीर हो जायेगी |
[ ] आप भले कहीं और रह रहे हैं किन्तु आपने कोई प्रापर्टी अथवा मकान आदि खरीदा अथवा आपके घर कोई नया विवाह आदि मांगलिक कार्य हुआ जिससे किसी नयी रिश्तेदारी से आपका जुड़ाव हुआ |इसके बाद से आपके घर -परिवार की परेशानियां बढ़ गयी |हानि ,दुर्घटना ,अवनति ,कलह ,मतभेद ,अशांति शुरू हो गयी |यह होता है उस मकान /प्रापर्टी अथवा सम्बन्ध से जुड़े नकारात्मक शक्ति के आपसे जुड़ जाने के कारण |अब आपके उपाय ,पूजा पाठ ,ग्रहों के लिए किये उपायों से अधिक नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव हो जाने से असंतुलन हो जाएगा और आपका पतन होने लगेगा |दुर्घटना ,बीमारी ,कलह ,अशांति होगा तथा कुछ दिनों बाद कोई उपाय सही काम नहीं करेगा |आप ज्योतिषी -पंडित के पास घुमते रह जायेंगे |
[ ] आप पर ,परिवार पर ,घर पर अथवा आपके व्यवसाय पर किसी ने द्वेष वश कोई अभिचार ,टोना -टोटका कर दिया या करवा दिया |आपके धनात्मक -नकारात्मक उर्जा का संतुलन बिगड़ गया और आपके जीवन में दिक्कते -परेशानिया शुरू हो गयी |कोई आपके घर तक पहुँचने वाला रिश्तेदार अथवा अपना ही कोई परिवारी जन घर के अन्दर कोई टोना -टोटका कर दिया या कुछ दबा दिया आकर तो आपकी कोई सुरक्षा ,कोई देवी -देवता बचाव नहीं कर पायेंगे |आप उपाय ज्योतिष का करेंगे पर उपाय काम नहीं करेगा |उपाय कुछ और समस्या कुछ और होगी |यदि किसी ने कोई शक्ति या प्रेत आदि किसी तांत्रिक से वचनबद्ध आदि करवा कर आपके घर भेज दिया या किसी परिवारी के साथ लगा दिया तो अच्छा तांत्रिक भी उसे नहीं हटा सकता क्योंकि वह शक्ति खुद नहीं जा सकती जब तक की भेजने वाला न बुलाये |इस स्थिति में सभी पूजा -पाठ व्यर्थ होने लगेंगे |इसके साथ ऊपर के अंकों की कोई समस्या हो तो अच्छे से अच्छे ज्योतिषी -तांत्रिक -पंडित के उपाय काम नहीं करेंगे |
[ ] आपकी समस्या कुछ और थी और आप किसी अन्य विषय के ज्ञानियों के पास घुमते रहे |उनके बताये उपाय या इंटरनेट आदि के उपाय मात्र लक्ष्ण पर करते रहे हैं तो आपने जो भी उपाय किये उनकी ऊर्जा आपस में मिलकर ऐसा जाल बना देती है की आपके बाद में किये सही उपाय भी काम नहीं करते और उपायों की शक्तियाँ आपस में ही टकराकर नष्ट हो जाती हैं |जितना अधिक प्रयास करते जाते हैं समस्या बढती ही जाती है |कुछ दिनों में यह स्थिति आती है की आप किसी के उपाय करें वह काम नहीं करेगा |किसी देवी -देवता तक आपकी प्रार्थना नहीं पहुँचती |उपर के अन्य कारण भी इनमे शामिल हुए तो आपका पतन सुनिश्चित हो जाता है |
          उपरोक्त कारण और कारक यदि आपके साथ या आपके परिवार में या आपके घर में या व्यवसाय में हैं तो आप क्रमशः अवनति करते जाते हैं ,उन्नति रुक जाती है ,मानसिक अशांति ,चिंता ,तनाव ,दुर्व्यसन ,गलत लत ,गलत संगत हो सकती है |दुर्घटना ,बीमारी ,अकाल मृत्यु ,गंभीर और लम्बे रोग होते हैं |अचानक हानि ,धोखा होता है |अपने पराये हो जाते हैं |बच्चे बिगड़ने लगते हैं ,परिवार में कलह -मतभेद होता है |लोगों से सम्बन्ध बिगड़ते हैं |आलस्य ,प्रमाद होता है |बिना बीमारी के लगता है बीमार हैं |नौकरी -व्यवसाय में कठिनाइयाँ बढती जाती हैं |बार बार नौकरी छूटती है या उन्नति नहीं होती |बच्चों को नौकरी नहीं मिल पाती |कोई न कोई बाधा आती रहती है |मांगलिक -वैवाहिक उत्सव नहीं हो पाते |व्यापार गिरने लगता है और अनावश्यक हानि होती है |कोई भी उपाय काम नहीं करता और सभी पूजा पाठ व्यर्थ जाते हैं | उपरोक्त सभी समस्याएं ज्योतिष के क्षेत्र से बाहर की हैं जबकि हर परेशान व्यक्ति सबसे पहले कुंडली लेकर यहाँ -वहां घूमता है तथा फिर ज्योतिष के उपायों के भंवरजाल में ऐसा फंसता है की फिर निकल नहीं पाता |अंत में कहने लगता है की भाग्य में जो है वही होता है |कुछ लोगों के भाग्य जब तक बहुत प्रबल हैं उन्हें इनका अनुभव नहीं होता और वह इन्हें नहीं मानते किन्तु जब भी थोडा सा भाग्य का संतुलन बिगड़ता है पतन होने लगती है और इनका प्रभाव सामने आने लगता है |
          इन समस्याओं का एक ही उपाय है की कोई भी उपाय तब तक मत करो जब तक कारण न पता चल जाय और निश्चित न हो जाय की समस्या कहाँ से उत्पन्न हो रही है |सबसे पहले कारण पता कीजिये और उसके बाद ही कोई उपाय सम्पूर्ण समस्या के अनुकूल उससे अधिक ऊर्जा के साथ कीजिये |यह देखिये की कारक कौन है उसका निदान किस शक्ति से सम्भव है |उपायों पर खर्च करने से बेहतर है की कारण पता करने पर खर्च किया जाय और तब उपाय पूरी शक्ति से एक ही बार में कीजिये |छोटे -छोटे लक्षणों के आधार पर अलग अलग उपाय मत कीजिये |समग्र उपाय एक साथ लगातार कीजिये जब तक की पूर्ण कारण का निवारण न हो जाय |अभी भी कुछ लोग लिखेंगे की उपाय बताइये या उपाय क्या है ,उनसे हम कहना चाहेंगे कारण खोजिये ,फिर उपाय कीजिये |उपर की सभी समस्याओं का उपाय अलग अलग है |कारण निश्चित होने पर ही उपाय बताया जा सकता है |जहाँ सर्जरी की जरूरत हो वहां मात्र दर्द की दवा से काम नहीं चलता |..........................................................हर हर महादेव

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