भाग्य छोटे से प्रयास से परिवर्तित होता है
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उलझन में फंसे हुए ,जीवन संघर्षों में घिरे हुए ,कठिनाइयाँ झेलते हुए ,मुश्किलों में रास्ते तलाशते हुए व्यक्ति को भाग्य ,प्रारब्ध ,ग्रह -नक्षत्र ,ग्रह योग ,कुंडली दोष ,तांत्रिक अभिचार ,टोना -टोटका ,किया -कराया ,भगवान् आदि ही दिखते हैं और वह उम्मीद करता है की अब तो इन्ही के द्वारा कोई रास्ता निकल सकता है |उसका खुद पर से भरोसा उठ जाता है ,वह खुद के कर्म -क्षमता पर विश्वास नहीं कर पाता क्योंकि उसे लगता है की उसने अब तक तो अपनी तरफ से पूरे प्रयास ही किये थे पर उसके प्रयास से कुछ नहीं हुआ तो अब क्या होगा |वह यहाँ वहां दौड़ता है |ज्योतिषी ,तांत्रिक ,पंडित के यहाँ जाता है ,सलाह लेता है ,मंदिर ,मस्जिद ,गुरुद्वारे में मत्था टेकता है ,भगवान् से फ़रियाद करता है की वह उसकी स्थिति सुधार दे ,पर अक्सर उसकी स्थिति यथावत ही रहती है ,अक्सर उपाय ,प्रयास ,फ़रियाद उसकी अपेक्षा अनुसार परिणाम नहीं देते |
ऐसा नहीं है की उपायों ,तरीकों में शक्ति नहीं ,यह परिवर्तन नहीं लाते या नहीं ला सकते |यह भाग्य भी बदल सक्ते हैं ,परिवर्तन भी ला सकते हैं किन्तु सही समय पर सही स्विच दबाने की जरूरत होती है ,गति देने के लिए सही गियर लगाने की जरूरत होती है |अक्सर यहाँ चूक होती है और प्रयास सही तरह से काम नहीं कर पाता |सही व्यक्ति तक पहुंचना ही मुश्किल होता है जो सही समय सही तरीके से सही उपाय बता सके |जो पहुँच जाता है उसका काम भी हो जाता है ,पर अधिकतर चक्रव्यूह में फंसे ही रह जाते हैं |बजाय इसके की यहाँ वहां फ़रियाद किया जाय ,इनके -उनके यहाँ दौड़ा जाय ,अनेकों उपाय ,टोटके आजमाए जाएँ ,व्यक्ति यदि थोड़ी गंभीरता से ,लगन से ,विश्वास से खुद थोडा सा समय अपने घर में ही देता रहे तो भाग्य परिवर्तित भी हो सकता है ,और भाग्य में जो लिखा है पूरा भी मिल सकता है |सबको उसके भाग्य का पूरा नहीं मिल पाता |जो कुंडली कहती है वह खरा नहीं उतरता ,क्योंकि पृथ्वी की वातावरणीय शक्तियाँ वैसा नहीं होने देती |विस्तृत रूप से इसे समझने के लिए हमारे ब्लॉग पर इससे सम्बन्धित लेख "भाग्य का पूरा मिलना भी बड़े भाग्य की बात है " पढ़ें |यदि व्यक्ति को उसके भाग्य का ही पूरा मिल जाए तो वह बहुत सुखी रह सकता है |
भाग्य बदलना एक बहुत बड़ी बात है ,जो सामान्य लोगों के लिए संभव नहीं ,यह स्थिति गंभीर साधना के बाद आती है अथवा किसी पारलौकिक शक्ति के हस्तक्षेप के बाद ही उत्पन्न होती है ,किन्तु भाग्य में परिवर्तन लाना इससे कम कठिन काम है |यह सामान्य मनुष्य भी कर सकता है किन्तु उसे इसके लिए पूरी गंभीरता से ,लग्न से लगातार प्रयास करना होता है जो सतत जारी रहे |परिवर्तन होता है और आश्चर्यजनक परिवर्तन होता है जिससे लोग तक आश्चर्यचकित होते हैं |बस जरूरत लगे रहने की होती है जो कोई कोई ही कर पाता है क्योंकि किसी को भी खुद पर कम और बाहरी शक्तियों पर और भाग्य आदि पर अधिक विश्वास होता है |हमने अपने पूर्व के कई लेखों में छोटे छोटे बिन्दुओं को लेकर लिखा है जिनसे भाग्य बदलता है ,परिवर्तित होता है |बहुतों से प्रयास करवाए हैं और उनमे से बहुत से सफल भी हुए हैं |भाग्य कैसे बदलता है ,भाग्य किन किन प्रयासों से परिवर्तित होता है ,किन प्रयासों से ग्रह -नक्षत्रों के प्रभाव मनुष्य के लिए परिवर्तित हो सकते हैं ,कैसे मनुष्य असफल व्यक्ति से सफल व्यक्ति हो सकता है ,कैसे अपने अवचेतन को सुधार सकता है ,कैसे ईश्वरीय शक्तियों को खुद से जोड़ सकता है |इन पर हमने काफी कुछ लिखा है |आज के लेख में हम छोटा सा बिंदु उठा रहे जिससे भाग्य परिवर्तित हो सकता है छोटे से सतत प्रयास से |
यदि आप वह नहीं पा रहे जो चाहते हैं ,जो आपका भाग्य कहता है |आप वहां नहीं पहुँच पा रहे जहाँ आपको होना चाहिए ,आप उलझन ,परशानी ,कठिनाई ,जीवन संघर्ष में घिरे हैं और आपको कोई रास्ता नहीं दिख रहा ,तो आप यहाँ वहां मत दौडिए ,ढेरों प्रयास ,टोने -टोटके ,उपाय ,क्रिया मत आजमाइए बस एक अच्छा सा योग्य ,अनुभवी ,वैदिक ज्योतिषी खोजिये |उनसे मात्र एक बिंदु पर सलाह लीजिये ,अधिक कुछ पूछने की आवश्यकता नहीं |भाग्य जानकार आप क्या करेंगे जब आप उसे सुधार नहीं सकते |आप उनसे अपने ईष्ट देवता के बारे में पूछिए और पूछिए की कौन ग्रह सबसे कमजोर है जो मजबूत होने की स्थिति में कुंडली को सबसे अधिक प्रभावित कर सकता है |यह एक गंभीर विश्लेषण का विषय है |उस ग्रह के ईष्ट देवता का पता करके आप उन ज्योतिषी जी का दान दक्षिणा देकर चले आइये |अब आप किसी उच्च महाविद्या साधक से संपर्क कीजिये |उन्हें बताइये की आपके ईष्ट अमुक देवता हैं और आपको अमुक देवता की शक्ति से अमुक ग्रह को संतुलित करना है |कमजोर किन्तु सबसे अधिक प्रभाव डाल सकने वाले ग्रह के देवता का तंत्रोक्त मंत्र आप उनसे प्राप्त कीजिये या उस देवता के समान ही किसी महाविद्या के मंत्र आप उनसे प्राप्त कीजिये |विधि और सावधानी समझिये |उस देवता या शक्ति से सम्बंधित यन्त्र /कवच /ताबीज आप उनसे प्राप्त कीजिये |अपने ईष्ट देवता के तंत्रोक्त मंत्र उनसे प्राप्त कीजिये और घर आ जाइए |अब आपको कोई उपाय नहीं करने ,यहाँ वहां नहीं भटकना |किसी मंदिर ,मस्जिद में मत्था नहीं पटकना |
आप प्रतिदिन सुबह अपने ईष्ट देवता के मंत्र की एक माला जप किया करें |उनकी फोटो घर में लगा लें |साथ ही जो दुसरे देवता या शक्ति को बताया गया है उनका भी फोटो लगा लें |ईष्ट के मंत्र जप के बाद आप 5 या 2 माला दूसरे देवता जो की कमजोर ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं का मंत्र जप करें |यदि किसी महाविद्या का मंत्र आपको मिल गया है तो आप उनका पूजन तो सुबह कर लें किन्तु मंत्र जप रात्री में करें 5 माला |आप मंत्र जप से घबराएं नहीं |आपको यह सब करना शुरू में कठिन जरुर लग सकता है किन्तु जीवन भर के दीर्घकालीन लाभ के लिए शुरू में थोडा अपने को व्यवस्थित तो करना ही होगा |एक बार का आपका थोडा सा प्रयास आपके पूरे जीवन को बदल कर रख देगा |लगातार आपको मन्त्र जप में दिक्कत हो तो ११ -११ दिन के क्रम में आप कुछ दिन करें ,इसके बाद खुद को व्यवस्थित कर लें |आपको कोई कठिन संकल्प ,व्रत ,अनुष्ठान नहीं करना है ,मात्र शुद्धता ,एकाग्रता ,धैर्य ,विश्वास से पूरे नाद ,शुद्ध उच्चारण से धीरे -धीरे उपांशु जप करना है जिसकी गूँज आपके अंतर्मन और शरीर में होती रहे |आपको खुद का मन शक्ति या देवता पर एकाग्र रख उसका ही चिंतन करते हुए आराम से जप करना है और भावना रखनी है की देवता की शक्ति आपमें प्रवेश कर रही |हम आपको साधक नहीं बना रहे ,पर आपमें देवता की शक्ति और गुण का विकास होगा और आपके जीवन की समस्त कठिनाइयों का क्षय होने लगेगा |
आपको अपनी दिनचर्या बदलने की जरूरत नहीं बस थोडा समय निकालना है |आपको बार -बार पूजा -पाठ ,देवी -देवता ,उपाय आदि बदलने ,करने की जरूरत नहीं आप बस एक मंत्र पकडकर चलते जाइए |आप कुछ भी बदलने की कोशिश मत कीजिये |बदलाव खुद होंगे |बस धैर्य के साथ लगे रहिये |इसमें थोडा समय तो लगेगा पर कुछ ही दिनों में आप स्वयं परिवर्तन महसूस करने लगेंगे |कुछ महीनों बाद आप खुद भी तथा लोग भी आश्चर्यचकित होने लगेंगे परिवर्तनों से |भाग्य करवट लेने लगेगा ,परिवर्तित होने लगेगा |जीवन बदलने लगेगा |शक्ति या देवता के गुणों का विकास आपमें ही होने लगेगा यदि सही तरीके से आप लगे रहे |आपकी औरा अर्थात आभामंडल बदल जायेगी ,नकारात्मकता ,आस पास की नकारात्मक उर्जा हट जायेगी |आपका लोगों पर प्रभाव बदल जाएगा ,आपके प्रति लोगों का व्यवहार बदल जाएगा ,जीवन में सफलताओं का दौर शुरू हो जाएगा जो आपको संतुष्ट करेगा और आपके साथ जुड़े लोगों को भी सुखी करेगा |घर की नकारात्मक शक्तियाँ दूर हो जायेंगीं और सकारात्मक /धनात्मक ऊर्जा चारो ओर बिखरेगी जिससे खुशियों और समृद्धि का वास होगा |आपके शरीर की रासायनिक कार्यप्रणाली ,तरंगों की क्रिया ,चक्रों की क्रियाशीलता ,हारमोन -फेरोमोन की प्रभावशीलता ,कार्यप्रणाली बदलने लगेगी और आपका जीवन परिवर्तित हो जाएगा |आपके लिए ग्रहों की रश्मियों की ग्रहणशीलता ,उनके प्रभाव बदलेंगे और कष्टकारक ग्रहों का प्रभाव कम होगा जबकि लाभदायक ग्रहों का प्रभाव बढ़ जाएगा |एक अतीन्द्रिय शक्ति का विकास लग से होगा और एक अलौकिक ऊर्जा आपसे जुड़ जायेगी |...................................................................हर हर महादेव
aapke post bahut achhe hain!
ReplyDeletekya aapke sadasyta milti hai?