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आंवले का ज्योतिष में बहुत महत्त्व है |इसे बुध ग्रह से सम्बंधित माना जाता है |बुध ग्रह की पीड़ा शान्ति कराने के लिये एक स्नान कराया जाता हैजिसमे आंवले का
प्रयोग किया जाता है । जिस व्यक्ति का बुध ग्रह पीडि़त हो उसे शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को स्नान जल में- आंवला, शहद, गोरोचन, स्वर्ण, हरड़, बहेड़ा, गोमय एंव अक्षत डालकर निरन्तर 15 बुधवार तक स्नान करना चाहिए जिससे उस जातक का बुध ग्रह शुभ फल देने लगता है। इन सभी चीजों को एक कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। उपरोक्त सामग्री की मात्रा दो-दो चम्मच पर्याप्त है। पोटली को स्नान करने वाले जल में 10 मिनट के लिये रखें। एक पोटली 7 दिनों तक प्रयोग कर सकते है।इस स्नान से बुध ग्रह जनित समस्याओं का निदान होता है |शरीर कांतिवान होता है |त्वचा की कमियां दूर होती हैं |..............................................................हर
हर महादेव
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