सोहम मुद्रा
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दोनों हाथों को अपनी जंघाओं पर रखकर अंगूठे को सबसे छोटी अंगुली की जड़ में लगाकर धीरे-धीरे सांस भरते हुए अपनी चारों अंगलियों से अंगूठे को ढ़क लें अर्थात मुट्ठी बन्द कर लें।
फिर ओम का लम्बा उच्चारण करें तथा उस उच्चारण को दाएं कान से सुनने की कोशिश करें। ये उच्चारण सात बार करें।हाथों को खोल कर ये कल्पना करें कि सारे दुख:, सारी चिंता, ड़र दूर हो रहे हैं। सोहम मुद्रा को कम से कम सात बार अवश्य करना चाहिए।
लाभ :
सोहम मुद्रा करने से आत्म विश्वास बढ़ता है और मस्तिष्क को बल मिलता है।
सोहम मुद्रा से तनाव दूर होता है।
सोहम मुद्रा करने से उर्जा और उत्साह मिलता है।
जब शरीर में उर्जा और उत्साह होता है तो उदासी दूर होती है।...............................................................हर-हर महादेव
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