Monday, 30 April 2018

आकाश मुद्रा [AKASH MUDRA]


ह्रदय स्वस्थ रखे ,शनि दोष दूर करे -आकाश मुद्रा 
=================================
मध्यमा (सबसे बड़ी उंगलीको अंगूठेके अग्रभाग से मिलाने पर आकाशमुद्रा बन जाती हैबाकी अंगुलियां सहज सीधी रखनी चाहिएइस मुद्राको करने से शरीर में आकाश तत्व मेंवृद्धि होती हैमध्यमा उगली का हृदयके साथ खास संबंध हैअतः यह मुद्राहृदय के लिए लाभदायक हैआपनेदेखा होगा कि अधिकांश जप-क्रिया या माला फेरने में मध्यमा उंगली का उपयोग किया जाता है|
भौतिक सुखों जैसेद्रव्य प्राप्तिसंतान प्राप्तिपरिवार शांति आदि के लिए माला अंगूठे पर रखकरमध्यमा उंगली से फेरने का विधान है जबकि मोक्ष हेतु अनामिका अंगुली से और बैर-क्लेश आदि केनाश के लिए तर्जनी उंगली से माला फेरना उचित हैमाला को सदैव दाहिने हाथ के अंगूठे पर रखहृदय के पास स्पर्श करते हुए फेरना चाहिएसाथ ही ध्यान रखें कि माला के मणियों को फिरातेसमय उनके नख  लगें और सुमेरू का उल्लंघन  होअन्यथा लाभ कम होता हैइसके अतिरिक्तये भी नियम हैं कि माला साफसमान  पूरे १०८ मणियों तथा सुंदर सुमेरूवाली होशुभ कार्यों केलिए सफेद माला  कष्ट निवारण के लिए लाल माला का प्रयोग प्रायः किया जाता है|
माला की तरह प्रणाम करने का विधान भी अर्थपूर्ण हैप्रणाम करने के लिए अपने बाएं हाथ सेपूजनीय व्यक्ति के बाएं पैर को और दाएं हाथ से उसके दाएं पैर को छूते हुए प्रणाम करना चाहिएअर्थात् हमें हाथों को क्रॉस बनाते हुए गुरुजनों को प्रणाम करना चाहिएइससे व्यक्ति का हमारे सीधेहाथ से सीधा पैर और उलटे हाथ से उलटा पैर ही स्पर्श होगाइस प्रकार पूजनीय व्यक्ति के शरीर सेनिकलनेवाला विद्युत प्रवाह (ऋणात्मक और धनात्मकया तेज का प्रभाव चरण स्पर्श करनेवाले केलिए कल्याणकारी सिद्ध होगा|
 हस्तरेखा विज्ञान की दृष्टि से शनि ग्रह से सम्बंध रखनेवाले रोगों में यह मुद्रा लाभप्रद सिद्ध होगीजबकि जन्मकुंडली में शनि नीच का होयदि जम्भाई लेते या उबासी लेते हुए अचानक जबड़ा फंसजाए और मुख बंद  हो अंगूठे को मध्यमा उंगली के साथ रगड़ने या चुटकी बजाने से फंसा हुआजबड़ा तत्काल खुल जाता हैयही कारण है कि बहुत से लोग उबासी लेते हुए (कारण  जानते हुएभीमध्यमा और अंगूठे को मुंह के पास ले जाकर चुटकी बजाते हैंयह मुद्रा हृदय रोगों में भीलाभकारी है|
आकाशमुद्रा से कान के सब प्रकार के रोग जैसे बहरापन आदि ,हड्डियों के रोग ,हड्ड्यों की कमजोरी ,ह्रदय रोग ठीक होता है |
सावधानी - भोजन करते समय एवं चलते फिरते समय यह मुद्रा करें |हाथों को सीधा रखें |लाभ हो जाने तक ही करें |.
Aakash Mudra: Helps to remove weakness of bones, hearing deficiency. 
Caution: This Mudra should not be done while walking
...........................................................हर-हर महादेव 

No comments:

Post a Comment

महाशंख  

                      महाशंख के विषय में समस्त प्रभावशाली तथ्य केवल कुछ शाक्त ही जानते हैं |इसके अलावा सभी लोग tantra में शंख का प्रयोग इसी...