जोड़ों के दर्द से मुक्ति :: संधि मुद्रा द्वारा
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योग केवल योगियों के लिए नहीं है |यह सामान्य लोगों के लिए ही बनाया गया है ,जिससे लोग अधिकतम स्वस्थ रह सकें और जब तक जिए स्वस्थ रहें |इनमे मुद्राओं का प्रयोग विशेष रूप से सामान्यजन के लिए आसान और उपयोगी होता है |पाँचों उँगलियों से प्रवाहित पांच तत्वों के संतुलन से सभी रोग और कष्ट दूर अथवा कम किये जा सकते हैं |हम विभिन्न मुद्राओं का प्रयोग विभिन्न कष्टों और शारीरिक समस्याओं के लिए बताते आये हैं |इसी क्रम में आज हम जोड़ों के कष्ट ,हड्डियों के कष्ट आदि के लिए उपयोगी संधि मुद्रा के बारे में लिख रहे हैं |
संधि मुद्रा में दोनों हाथों से अलग-अलग मुद्रा बनाते हैं। दाएं हाथ से पृथ्वी मुद्रा अर्थात अंगूठे के अग्रभाग को पृथ्वी तत्व वाली अनामिका उंगली के अग्रभाग से मिलाएं। बाकी सभी उंगलियां सीधी रखें।
बाएं हाथ से आकाश मुद्रा बनाएं अर्थात अंगूठे के अग्रभाग को मध्यमा उंगली के अग्रभाग से मिलाए। बाकी सभी उंगलियां सीधी रखें।
संधि मुद्रा दिन में तीन या चार बार 10-10 मिनट के लिए लगाएं।
लाभ:
संधि मुद्रा जैसा कि नाम से ही प्रतीत होता है कि जोड़ और शरीर में जहां कहीं भी जोड़ में दर्द है तो काफी लाभ होता है। एक ही स्थिति में लगातार बैठे रहना या खड़े रहने के कारण दर्द होने पर संधि मुद्रा लगानी चाहिए। घुटनों का दर्द, कलाईयों का दर्द, कन्धे का दर्द, टखने का दर्द सभी दर्दों में संधि मुद्रा से लाभ प्राप्त होता है। प्रतिदिन संधि मुद्रा का 10 मिनट तक का अभ्यास सभी प्रकार के जोड़ों को स्वस्थ बना सकता है।
This Mudra relieves Joint Pain. This Mudra is formed differently
by each hand.
Right Hand- Join the thumb finger tip with ring finger tip
together (Prithvi Mudra). Left Hand- Join the thumb finger with middle
finger tip together (Akasha Mudra). This Mudra will help in balancing
energy in the joints.
Effects: Space is
balanced between the cartilage and the joint muscles. This Mudra also provides
calcium.
Benefits: Pain
experienced while climbing down after a long hike is
pacified. Resolves tiredness in the elbows after
the ling hours of work on the computer. This Mudra
helps relieve pain in the hip joints; this Mudra resolves the pain by
persistent effort. For people
suffering from chronic pain in the joints, this Mudra resolves the pain by
persistent efforts.
विशेष
--------- यदि कष्ट बढ़ गया है तो इसके साथ अधिक लाभ के लिए भगवती काली का अभिमंत्रित यंत्र चांदी के कवच में धारण करें |कच्ची मिटटी पर कुछ देर टहलें |अगर दवा प्रयोग जरुरी हो गया हो तो आयुर्वेदिक दवा ही करें |................................................................हर-हर महादेव
बहोत आधी अधुरी जानकारी है ये
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