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जिन स्त्रियों के पति उनके अनुकूल नहीं हैं ,दूरी रखते हैं ,घर में अनावश्यक कलह रखते हैं उनके लिए यह मंत्र बहुत प्रभाव शाली है |इसे विधिपूर्वक जप करने से पति पर प्रभाव पड़ता है और वह अनुकूल और वशीभूत होता है |
मंत्र :- ‘ऊँ नमो महायक्षिण्ये मम पतिं में वश्यं कुरु कुरु स्वाहा’
विधि
==== शुभ मुहूर्त में दुर्गा ,काली अथवा त्रिपुरसुन्दरी का एक सौम्य चित्र लेकर अपने पूजा स्थान में स्थापी कर ,उनकी विधिवत पूजा करें और उन्हें महायक्षिणी मानकर उपरोक्त मंत्र का 10 माला जप २१ दिन तक करें |फिर दशांश हवन, के बाद तर्पण, मार्जन करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। हवन केवल गोघृत से करना चाहिए। सिद्धि के बाद किसी भी प्रकार के मीठे पदार्थ को इस मंत्र से सात बार अभिमंत्रित करके 21 दिन लगातार खिलाने से पति वश में हो जाता है। इस मंत्र प्रयोग एवं क्रिया को गोपनीय रखने एवं केवल पति अनुकूलता की कामना करने पर ही पूर्ण फल प्राप्ति होती है।सिद्धि के बाद भी मंत्र का लगातार रोज कम से कम एक माला जप करते रहें पति सदैव अनुकूल रहेंगे |मंत्र जप उठाते बैठते भी किया जा सकता है अतिरिक्त रूप से |जप के समय ध्यान अन्यत्र न हो यह ध्यान रखें |आपका ध्यान पति पर ही हो और कामना करें की वह अनुकूल हों |....................................................हर-हर महादेव
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