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यह सर्व वशीकरण यन्त्र किसी व्यक्ति विशेष के लिए निर्मित किया जाता है जिसको अनुकूल अथवा वशीकृत करना हो |यन्त्र को कुमकुम और गोरोचन के मिश्रण की स्याही से अनार की कलम से दीपावली , अमावश्य ,नवरात्र ,होली अथवा अमृत सिद्धि योग की रात्री में निर्मित करे |जहाँ नाम लिखना है वहां इच्छित व्यक्ति का नाम लिखे |और फिर विधिवत पूजन करे |इसके बाद काली अथवा लक्ष्मी या सरस्वती के मन्त्रों का कुछ मंत्र जप करे |यन्त्र को सुबह चांदी के कवच में धारण करे तो सर्व वशीकरण हो |अधिक प्रभाव हेतु रात्री में कम से कम ३ घंटे वशीकरण मंत्र का जप ११ दिन तक करें और फिर हवन करे |यन्त्र पूजन और अन्य मंत्र सुबह प्रतिदिन होता रहे ,वशीकरण मंत्र का जप रात्री में हो |हवन के बाद हवन के धुएं में कवच धूपित कर अपने ईष्ट को ध्यान कर ,कवच की पुनः पूजा कर गले में धारण करें |
इस यन्त्र के प्रभाव से लक्ष्य किया गया व्यक्ति अनुकूल होता है |उस पर वाशिकारक प्रभाव पड़ता है |किसी विशेष व्यक्ति के लिए इसका प्रभाव उत्तम होता है |इसका प्रयोग ,पति ,पत्नी ,अधिकारी ,कर्मचारी ,मित्र ,सहयोगी ,अथवा किसी भी लक्षित व्यक्ति के लिए किया जा सकता है |जो लोग स्वयं यन्त्र निर्मित कर पाने और अभिमंत्रित कर पाने में असमर्थ हों वह इसे हमारे केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं |इस अवस्था में यन्त्र अपना काम तो करता ही है ,अधिक प्रभाव पाने के लिए उपयुक्त मंत्र का एक -दो माला जप किया जाना अच्छा होता है |..............................................हर -हर महादेव
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