Thursday, 1 February 2018

वशीकरण का प्रभाव कैसे समाप्त हो ?

कैसे निष्क्रिय करें वशीकरण की क्रिया
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आज के समय में सबसे अधिक दुरुपयोग अगर किसी तांत्रिक विधा का हुआ है तो वह वशीकरण का है |दुसरे स्थान पर कष्ट देने अथवा अपनी समस्या दुसरे को देने के प्रयोग आते हैं |लोग बिना किसी गंभीर कारण के ,शारीरक आकर्षण ,क्षणिक लगाव ,एकतरफा प्यार आदि तक में वशीकरण के टोटके कर रहे ,तांत्रिकों से क्रिया करवा दे रहे ,खुद प्रयोग कर रहे |अक्सर असफल होने पर भी स्वार्थ की बावना इतनी प्रबल है की खुद का स्वार्थ देखा जा रहा ,सामने वाले की कोई नहीं सोचता |अपने पति -पत्नी ,बेटे -बेटी ,परिवार -खानदान तक तो ठीक है पर लोग किसी दुसरे के पति ,पत्नी ,बेटा ,बेटी को वश में करने के लिए वशीकरण का सहारा ले रहे भले उनका कोई सीधे सम्बन्ध न हो |किसी का घर टूटे ,किसी का जीवन खराब हो ,बच्चे अनाथ जैसा जीवन जीने को विवश हों ,किसी की इज्जत जाए ,या कोई क्षति हो लोग नहीं सोच रहे केवल खुद का स्वार्थ देख रहे |इसमें आग में घी सा काम कर रहे तथाकथित तांत्रिक और बाबा ,जो खुले आम लव -वशीकरण स्पेस्लिस्ट बन टोटके बता रहे ,अपना उल्लू सीधा कर रहे |
भले सब पर यह क्रियाएं काम न करें किन्तु कुछ कमजोर ग्रह स्थितियों वाले ,कमजोर मानसिक बल वाले ,कमजोर कुलदेवता /देवी वाले अथवा कमजोर ईष्ट वाले या पतले खून वाले और डरपोक प्रकृति के लोग इन टोटकों से प्रभावित भ हो जा रहे |इसके कारण इनका जीवन खराब हो रहा |मान मर्यादा भूल कर ये ऐसी गलतियाँ कर जा रहे जो इन्हें बाद में कष्ट दे ,तत्काल तो समझ नहीं आता | हमारे पास अक्सर किसी की पत्नी ,किसी के पति ,किसी के पिता ,किसी की माता अथवा किसी के रिश्तेदार संपर्क करते रहते हैं की उनके अमुक पर वशीकरण जैसा प्रभाव लग रहा |अमुक का व्यवहार ऐसा हो गया या अमुक इससे जुड़ अपनी जिम्मेदारियां भूल रहा या अमुक इनके प्रति अन्याय इसके लिए कर रहा आदि आदि |इन सबको देखते हुए ही हमें यह लेख लिखने की प्रेरणा मिली की ,यदि लगे की किसी पर वशीकरण का प्रभाव है तो उसे कैसे समाप्त करें |कैसे किसी को किसी के वशीकरण के चंगुल से निकाले |आज के समय में वशीकरण करने से अधिक वशीकरण से बचाने की जरूरत लग रही ,जिससे वशीकरण जैसी एक अच्छी विधा का दुरुपयोग और प्रभाव सीमित किया जा सके |वशीकरण के प्रभाव कम अथवा समाप्त करने के लिए निम्न उपाय किये जा सकते हैं -
. यदि लगे की किसी पर वशीकरण जैसी कोई क्रिया हुई है या पता चले की वशीकरण किया गया है तो अगर बहुत अधिक प्रभाव नहीं समझ आता तो ३ से ६ महीने इन्तजार किया जा सकता है |सामान्यतया टोटकों आदि का प्रभाव ३ से ६ महीने में समाप्त हो सकता है अथवा उनकी शक्ति कम हो जाती है |
. वशीकरण अथवा किसी भी अभीचार की संभावना पर सबसे पहले कुलदेवता /देवी पर ध्यान देना चाहिए और देखना चाहिए की उनकी पूजा आदि ठीक से हो रही है या नहीं |उनकी प्रसन्नता हेतु अपने कुल परंपरा अनुसार प्रयास करने चाहिए |इससे उन्हें बल भी मिलेगा और वे प्रसन्न हो सुरक्षा भी करेंगे |
. उच्च शक्ति द्वारा वशीकरण के प्रभाव अधिक दिनों और समय तक स्थायी होते हैं इसलिए इन्हें हटाना या निष्क्रिय करना भी कठिन होता है |सामान्य टोटकों अथवा ओझा -गुनिया द्वारा इन्हें दूर से हटा पाना मुश्किल होता है |ऐसी स्थिति में वशीकृत व्यक्ति के नजदीकी व्यक्ति द्वारा उग्र उच्च शक्ति की उपासना की जाती चाहिए जो शिव /काली कुल से सम्बंधित हो |इससे दो तरह की प्रतिक्रिया होती है ,एक तो वशीकरण जैसे अभिचार का प्रभाव कम होता है ,दुसरे कुलदेवता /देवी को बल मिलता है |
. यदि किसी स्त्री -पुरुष या युवक -युवती पर वशीकरण हुआ है और वह इसे जानता है तथा इसके प्रभाव को हटाना चाहता है तो उसे काली यन्त्र [ स्त्री के लिए ]अथवा बगलामुखी यन्त्र [पुरुष के लिए ] सिद्ध साधक से बनवाकर ताबीज में धारण कराना चाहिए और उससे विपरीत प्रत्यंगिरा का पाठ कराना चाहिए |
५. यदि किसी पर वशीकरण का प्रभाव हो और वह इतना वशीभूत हो की कोई उपाय न करना चाहे या न माने या वशीकरण कर्ता के विरुद्ध कुछ न सुनना चाहे तो उसके अनजाने में उसके तकिये /बिस्तर के नीचे काली कवच /ताबीज रखें और उसे काली अथवा दुर्गा कवच अथवा काली सहस्त्राक्षरी के कम से कम ११ पाठ से अभिमंत्रित जल पीने के पानी में मिलाकर दें |संभव हो तो उच्चाटन मंत्र से अभिमंत्रित जल भी पीने को दें |घर का कोई सदस्य अथवा पति -पत्नी जो भी उससे सम्बंधित हो वह विपरीत काली प्रत्यंगिरा का पाठ कम से कम २१ बार रोज करते हुए वशीभूत व्यक्ति का ध्यान करे और कामना रखे की सम्बन्धित व्यक्ति पर से अभिचार प्रभाव समाप्त हो |
. यदि किसी को वशीकरण की क्रिया कर कुछ खिला -पिला दिया गया है तो किसी अच्छे जानकार के पास ले जाएँ और खिलाया निकलवाने का प्रयास करें |अगर व्यक्ति तैयार न हो जाने के लिए तो किसी तांत्रिक से उच्चाटन मंत्र से लौंग अभिमंत्रित करा उसके खाने में मिला दें उपर से ,खिलाया वस्तु निकल भी सकता है अथवा उसका प्रभाव समाप्त हो सकता है |यह भी सम्भव न हो तो काली की पूजा कर दो लौंग चढ़ा उसके सामने बैठ ११ बार काली कवच या ह्रदय स्तोत्र या सहस्त्राक्षरी का पाठ करें और सम्बन्धित व्यक्ति के खाने पीने में उपर से मिला दें |यह क्रिया ११ दिन करें |खिलाये पिलाए का प्रभाव समाप्त हो जाएगा या कम हो जाएगा |
७. यदि किसी अपने पर वशीकरण की क्रिया हुई हो और वह दूर चला गया हो किसी के वशीभूत होकर या दूर जाने लगा हो तो उससे सम्बंधित व्यक्ति को स्वयं श्यामा मातंगी यन्त्र /कवच धारण करना चाहिए और भगवती काली के मन्त्र का जप करते हुए सम्बंधित व्यक्ति का ध्यान करना चाहिए |यदि वशीभूत व्यक्ति से मुलाक़ात सम्भव हो तो उसे १०८ महाविप्रीत काली प्रत्यंगिरा पाठ से अभिमंत्रित जल अथवा लौंग -इलायची किसी माध्यम से खिलाना पिलाना चाहिए |
. वशीकरण प्रभाव समाप्ति हेतु हमारे केंद्र से निर्मित चमत्कारी दिव्य गुटिका की रोज पूजा करें और उसके सामने २ लौंग और एक इलायची चढ़ाएं |इसके बाद २१ बार काली ह्रदय स्तोत्र अथवा काली कवच अथवा काली सहस्त्राक्षरी अथवा चंडी कवच अथवा महा विपरीत प्रत्यंगिरा का पाठ करें |यदि दुर्गा नवार्ण मन्त्र का जप करें तो कम से कम 5 माला करें |जप या स्तोत्र पाठ याद हों तथा पाठ समय ध्यान व्यक्ति पर हों |ऐसा लगातार २१ दिन करे |इसके बाद लौंग इलायची सम्बंधित व्यक्ति के भोज्य पदार्थ में ऊपर से पीसकर मिलाकर धीरे -धीरे कुछ दिनों में खिला दें |दिव्य गुटिका में सिन्दूर रोज चढ़ाएं और पूजा बाद उसमे से थोडा सिन्दूर ले सम्बंधित व्यक्ति के कपडे या शरीर पर लगा दें |वशीकरण प्रभाव समाप्त अथवा कम हो जाएगा |यह क्रिया पति -पत्नी अथवा माता -पिता और उनके बच्चों के लिए उपयोगी है |
. किसी सिद्ध प्राचीन काली मंदिर में शनिवार को सुबह जाएँ ,जहाँ रोज पूजा अर्चना जरुर होती हो और शिवलिंग की स्थापना भी जरुर हो मंदिर में |एक लुटिया जल साथ ले जाएँ |देवी का पूजन कर उनसे अपनी समस्या व्यक्त करें |लुटिया का जल वहां किसी स्थान पर ऐसे रखें की कोई उसे छुए नहीं |इस हेतु वहां के पुजारी को कुछ दान दक्षिणा देकर सहमत कर सकते हैं |२४ घंटे वह लुटिया वहां रहने दें |दुसरे दिन वहां जाकर पुनः पूजन कर लुटिया जल सहित घर ले आयें |इस जल को वशीभूत व्यक्ति को रविवार और मंगलवार उसके पीने के पानी में एक -दो बूँद मिलाकर दें |कुछ दिनों में वशीकरण का प्रभाव कम अथवा समाप्त हो जाएगा |
१०. किसी सिद्ध प्राचीन काली अथवा भैरव मंदिर में पता करते रहें की वहां कब कब हवन होता है |वहां के पुजारी को दान दक्षिणा देकर हवन भस्म प्राप्त करें |इस भस्म को वशीभूत के शरीर -कपडे पर अथवा तकिये के नीचे रखें या लगाएं |कम तीव्रता के वशीकरण प्रभाव समाप्त हो जायेंगे |
उपरोक्त तरीकों के अतिरिक्त और भी अनेकानेक तरीके हर पद्धति में हैं और जिनका प्रयोग तांत्रिक ऐसे मामलों में करते रहे हैं |उपरोक्त तरीके सामान्य लोगों के करने योग्य हैं अतः इन्हें यहाँ स्थान दिया गया है |तांत्रिक तो स्वयं अपने तरीके जानते हैं और वे उनका प्रयोग करेंगे ,जब आप उनसे संपर्क करेंगे तो |..................................................हर-हर महादेव


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