सियारसिंगी पर सर्व स्त्री वशीकरण
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सामग्री
---------मंत्र सिद्ध चैतन्य सियार सिंगी ,तेल का दीपक ,असली पारायुक्त सिन्दूर ,लोबान ,मंत्र सिद्ध चैतन्य मूंगे की माला ,लाल रंग की धोती पहनने के लिए ,लाल वस्त्र चौकी पर बिछाने के लिए |,लाल आसन बैठने के लिए |
दिन -समय -दिशा
--------------------- शनिवार की रात्री का समय ,पश्चिम दिशा को मुख
जप संख्या प्रतिदिन -अवधि
-------------------------------- २१०० जप प्रतिदिन ,११ दिन तक |
मंत्र
------ ॐ ह्रीं गं जूं सः [अमुक ] में वश्य वश्य स्वाहा |
विधि
------- इस प्रयोग को संपन्न करने हेतु किसी भी शनिवार को लाल आसन पर लाल धोती पहनकर पश्चिम दिशा की तरफ मुंह कर बैठें और अपने सामने चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर असली सिन्दूर रख उस पर मंत्र सिद्ध चैतन्य सियार सिंगी स्थापित कर मूंगे की माला से नित्य २१ माला उपरोक्त मन्त्र की ग्यारह दिन तक जप करने पर सियार सिंगी सिद्ध हो जाती है |मंत्र और सियार सिंगी सिद्ध करते समय अमुक की जगह किसी नाम का उच्चारण नहीं करना है |
सियार सिंगी सिद्ध होने के बाद उस सियार सिंगी को अपनी जेब में रखकर जिसको वश में करना हो उसके सामने खड़े होकर केवल सात बार मन ही मन उपरोक्त मंत्र का जप करें तो सामने वाला वश में होकर अनुकूल कार्य करता है |इस समय मंत्र में अमुक की जगह उस व्यक्ति का नाम भी जोडकर जप करना होता है |
इस सियार सिंगी से खिलाने पिलाने की वस्तु भी श्क्तिकृत की जा सकती है |इसके लिए इलायची ,लौंग ,सुपारी आदि म से जो चीज खिलाना चाहते हों उस पर सियार सिंगी रख दें और उस व्यक्ति के नाम को जोडकर सात बात मंत्र से वस्तु को अभिमंत्रित कर दें |इसके बाद वह वस्तु खिलाने से वशीकरण का प्रभाव उत्पन्न होता है और स्त्री वशीभूत होती है |
हमारे केंद्र से निर्मित दिव्य गुटिका में सियार सिंगी पहले से उपस्थित होती है जिससे यह प्रयोग गुटिका के सामने करने से इस प्रभाव से कई गुना अधिक प्रभाव मिलता है क्योंकि दिव्य गुटिका में सियार सिंगी के अतिरिक्त हत्था जोड़ी ,दक्षिणा वर्ती शंख ,श्वेतार्क मूल ,अपराजिता मूल ,गुडमार मूल ,स्फटिक ,जैसे कई अन्य वाशिकारक और आकर्षण प्रभाव उत्पन्न करने वाले तत्व होते हैं |..........................................................हर हर महादेव
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सामग्री
---------मंत्र सिद्ध चैतन्य सियार सिंगी ,तेल का दीपक ,असली पारायुक्त सिन्दूर ,लोबान ,मंत्र सिद्ध चैतन्य मूंगे की माला ,लाल रंग की धोती पहनने के लिए ,लाल वस्त्र चौकी पर बिछाने के लिए |,लाल आसन बैठने के लिए |
दिन -समय -दिशा
--------------------- शनिवार की रात्री का समय ,पश्चिम दिशा को मुख
जप संख्या प्रतिदिन -अवधि
-------------------------------- २१०० जप प्रतिदिन ,११ दिन तक |
मंत्र
------ ॐ ह्रीं गं जूं सः [अमुक ] में वश्य वश्य स्वाहा |
विधि
------- इस प्रयोग को संपन्न करने हेतु किसी भी शनिवार को लाल आसन पर लाल धोती पहनकर पश्चिम दिशा की तरफ मुंह कर बैठें और अपने सामने चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर असली सिन्दूर रख उस पर मंत्र सिद्ध चैतन्य सियार सिंगी स्थापित कर मूंगे की माला से नित्य २१ माला उपरोक्त मन्त्र की ग्यारह दिन तक जप करने पर सियार सिंगी सिद्ध हो जाती है |मंत्र और सियार सिंगी सिद्ध करते समय अमुक की जगह किसी नाम का उच्चारण नहीं करना है |
सियार सिंगी सिद्ध होने के बाद उस सियार सिंगी को अपनी जेब में रखकर जिसको वश में करना हो उसके सामने खड़े होकर केवल सात बार मन ही मन उपरोक्त मंत्र का जप करें तो सामने वाला वश में होकर अनुकूल कार्य करता है |इस समय मंत्र में अमुक की जगह उस व्यक्ति का नाम भी जोडकर जप करना होता है |
इस सियार सिंगी से खिलाने पिलाने की वस्तु भी श्क्तिकृत की जा सकती है |इसके लिए इलायची ,लौंग ,सुपारी आदि म से जो चीज खिलाना चाहते हों उस पर सियार सिंगी रख दें और उस व्यक्ति के नाम को जोडकर सात बात मंत्र से वस्तु को अभिमंत्रित कर दें |इसके बाद वह वस्तु खिलाने से वशीकरण का प्रभाव उत्पन्न होता है और स्त्री वशीभूत होती है |
हमारे केंद्र से निर्मित दिव्य गुटिका में सियार सिंगी पहले से उपस्थित होती है जिससे यह प्रयोग गुटिका के सामने करने से इस प्रभाव से कई गुना अधिक प्रभाव मिलता है क्योंकि दिव्य गुटिका में सियार सिंगी के अतिरिक्त हत्था जोड़ी ,दक्षिणा वर्ती शंख ,श्वेतार्क मूल ,अपराजिता मूल ,गुडमार मूल ,स्फटिक ,जैसे कई अन्य वाशिकारक और आकर्षण प्रभाव उत्पन्न करने वाले तत्व होते हैं |..........................................................हर हर महादेव
Aapko Siyar Singhi kaha se milti h, mujhe bhi chahiy e, Paise kitne loge
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