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बहुत से लोग कहते मिलते हैं वशीकरण काम नहीं किया |कुछ कहते हैं वशीकरण जैसा कुछ नहीं होता या पूछते
मिलते हैं क्या सचमुच वशीकरण होता है |इनके कारण हैं |वशीकरण हमेशा हो ही जाए या
वशीकरण क्रिया सफल ही हो जाए जरुरी नहीं होता |कोई भी षट्कर्म हो उसकी सफलता -असफलता
कई कारकों पर निर्भर करती है |ऐसा ही वशीकरण के साथ भी है |यह सही है की किसी को
भी वशीभूत किया जा सकता है ,किन्तु यह तभी संभव होता है जब उसे वशीभूत करने वाले
की शक्ति उससे अधिक हो |शक्ति संतुलन करता की ओर होने पर वशीकरण होगा और शक्ति
संतुलन लक्षित व्यक्ति की ओर होने पर वशीकरण नहीं होगा |इसी तरह वशीकरण की पूर्ण
तकनिकी का ज्ञान न हो ,केवल पदार्थ या मंत्र उपयोग किये जाए तो भी वशीकरण नहीं
होगा चाहे जितना मंत्र जप किया जाए |इस प्रकार वशीकरण आदि कई प्रकार के कारक पर
निर्भर है |
वशीकरण किसी विवाहित स्त्री पर किया जा रहा हो और वह स्त्री पूर्ण
पतिव्रता हो तो सामान्यतया वशीकरण काम नहीं करता ,जबकि यदि स्त्री का स्वभाव चंचल
या विचलित होने वाला हो तो वशीकरण कार्य कर जाएगा |कोई पुरुष बहुत मजबूत आत्मबल का
हो ,बेहद आत्मविश्वासी और निडर हो तो उस पर सामान्य वशीकरण काम नहीं करेगा | कुछ
विशेष ज्योतिषीय योगों वाले लोगों अथवा विशेष लग्न के लोगों पर भी सामान्य वशीकरण
की क्रियाएं काम नहीं करती |कोई कन्या बहुत मजबूत आत्मबल की ,निडर स्वभाव की
,चारित्रिक रूप से मजबूत हो तो उस पर सामान्य वशीकरण की क्रियाएं काम नहीं करेंगी
|ऐसा ही किसी युवक के साथ होगा ,जबकि चारित्रिक रूप से कमजोर ,भयालू ,कमजोर आत्मबल
के युवक -युवती सामान्य वशीकरण की क्रियाओं से प्रभावित हो जायेंगे |
किसी व्यक्ति के ईष्ट मजबूत हों ,प्रबल हों ,व्यक्ति उनसे गहरा लगाव रखता
हो ,किसी के ईष्ट उग्र शक्ति हों और व्यक्ति उनकी नियमित आराधना -पूजा करता हो तो
सामान्य वशीकरण की क्रियाएं उसपर काम नहीं करेंगी |किसी व्यक्ति अथवा युवक -युवती
के कुलदेवता /देवी प्रसन्न हों उसके परिवार पर ,उनकी पूजा नियमित नियमानुसार हो
रही हो और वह उसके परिवार की रक्षा कर रहे हों तो भी वशीकरण आदि षट्कर्म
सामान्यतया काम नहीं करेंगे ,क्योकि कुलदेवता और कुलदेवी अधिकतर शिव परिवार से
सम्बंधित होते हैं और इनके प्रसन्न रहने पर कोई अभिचार काम नहीं करता |यह परिवार
व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं तथा किसी वशीकरण आदि क्रिया के लिए बाधा उत्पन्न कर
उसे असफल कर देते हैं |यदि किसी परिवार में किसी उग्र शक्ति दुर्गा ,काली ,भैरव
आदि की स्थापना हो तो वहां वशीकरण आदि क्रिया काम नहीं करती |किसी परिवार पर कोई
आत्मिक शक्ति प्रसन्न हो तो वह किसी षट्कर्म के प्रति परिवार को विभिन्न तरीके से
सचेत कर देती है |
उपरोक्त प्रकार के लोगों पर वशीकरण की क्रिया करने के लिए बेहद सक्षम साधक
,प्रबल तकनीक और पद्धति की आवश्यकता होती है |यहाँ खिलाने -पिलाने - लगाने
-सुंघाने की वस्तुएं काम करती हैं किन्तु उन्हें भी तीव्र मन्त्रों और पद्धतियों
से अभिमंत्रित ,क्रियाशील करना पड़ता है |सामान्य टोटकों ,मन्त्रों ,तरीकों से यहाँ
काम नहीं बनता और अक्सर वशीकरण असफल हो जाता है अथवा इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
|यहाँ प्रयोग किये जाने वाले मंत्र भी सामान्य न होकर विशेष होते हैं जिन्हें पहले
विशिष्ट अनुष्ठान पर सिद्ध करना होता है और यह विशेष तीव्र अथवा उग्र शक्तियों का
प्रतिनिधित्व करते हैं |यहं ऐसी पद्धति प्रयोग में लाइ जाती है जो विशेष ग्रहों के
प्रभाव होने पर भी क्रिया करे ,कुलदेवता -देवी की शक्ति को काट सके ,प्रबल ईष्ट
होने पर भी प्रभाव दे अथवा किसी शक्ति की सूचना पर भी अपना काम कर जाए |यह सब
सामान्य लोगों के वश का अक्सर नहीं होता |विशेष साधक अथवा व्यक्ति ही यह सब कर
सकता है ,अतः अक्सर सामान्य क्रियाएं उपरोक्त प्रकार के लोगों पर प्रभाव नहिन्दाल
पाती और असफलता हाथ लगने से लोग कहने लगते हैं की वशीकरण काम नहीं किया |
वशीकरण के लिए उपयुक्त शक्ति का प्रयोग न हो ,लक्षित व्यक्ति तक पहुँचने
की सुविधा न हो ,लक्षित व्यक्ति उपरोक्त किसी प्रकार से सक्षम हो तो वशीकरण काम
नहीं करेगा |किसी पर कोई उग्र अभिचार पहले से किया गया हो |किसी प्रकार की वशीकरण
आदि क्रिया पहले से की गयी हो तो भी वशीकरण की क्रिया काम नहीं करेगी |किसी पर
वशीकरण आदि की क्रिया पहले से हो या कुछ खिलाया -पिलाया गया हो अभिमंत्रित कर तो
पहले उसे उदासीन अथवा निष्क्रिय किये बिन कोई नयी क्रिया उस पर काम नहीं करेगी या
अगर काम भी करेगी तो उसका मानसिक संतुलन बना रहेगा इसमें संदेह हो जाएगा ,क्योकि
कोई भी क्रिया व्यक्ति के मष्तिष्क को प्रभावित करता है |किसी पर अनेक क्रिया कर
दी जाए तो व्यक्ति उलझ जाएगा ,अस्त व्यस्त हो जाएगा और असंतुलित हो सामान्य जीवन
नहीं जी पायेगा |
वशीकरण की पूर्ण तकनीक का ज्ञान न हो ,मंत्र आदि के उच्चारण ,पद्धति का
ज्ञान न हो तो भी वशीकरण क्रिया काम नहीं करेगी |इन सब बातों का ध्यान रखने पर ही
वशीकरण सफल हो सकता है अन्यथा असफल हो जाता है और काम नहीं करता |अक्सर ऐसे ही
असफल लोग जो उपरोक्त बात नहीं जानते ,उपरोक्त कारण नहीं समझते ,शक्ति संतुलन नहीं
पकड पाते ,कहते मिलते हैं की सब धोखा है ,कोई वशीकरण नहीं होता ,वशीकरण आदि काम
नहीं करता आदि आदि |यद्यपि इस मार्ग में धोखे तो बहुत हैं और अक्सर धोखे तब मिलते
हैं जब व्यक्ति खुद कुछ न करना चाहे और उम्मीद करता है की तांत्रिक उनका काम कर दे
और वे कुछ पैसे देकर किसी को वशीभूत करा लें |पैसे लेने के बाद किसने क्या किया
कोई नहीं जानता ,अगर कुछ करता भी है तो उपरोक्त वशीकरण में बाधक कारणों के
अतिरिक्त तांत्रिक का कोई मानसिक जुड़ाव भी लक्ष्य के प्रति नहीं होता और दूरी भी
होती है ,इस कारण या तो वह बहुत सक्षम अनुष्ठान करे तब सफल हो या खुद कहीं शामिल
हो तब |जबकि सामान्यतया इतना न कोई देता है न कोई करता है |इसलिए भी वशीकरण
मुश्किल हो जाता है ||अतः अगर खुद प्रयास किया जाए तो बेहतर है |.....[[ अगला अंक
- कैसे निष्क्रिय करें वशीकरण की क्रिया को
]]...........................................हर-हर महादेव
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