आपका चेहरा आपकी परिस्थिति /सफलता /असफलता बताता है
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किसी का भी चेहरा ,हावभाव ,शारीरिक बनावट ,बातचीत के तरीके ,चाल ढाल देखकर यह जाना जा सकता है कि उसका कौन सा ग्रह अधिक प्रभावी है उसके जीवन में , और कौन से ग्रह के प्रभाव में कमी है ।कौन सा भाव कुंडली का अधिक एक्टिव है और कौन सा भाव कम क्रियाशील अथवा निष्क्रिय है ।कौन सा शारीरिक चक्र अधिक क्रियाशील है और कौन सा चक्र सबसे कम तरंगें उत्सर्जित कर रहा या क्रियाशील है ।किस तरह की ऊर्जा की जरूरत उसे हैं और किस तरह की ऊर्जा में कमी लाने की आवश्यकता है अथवा संतुलित करने की जरूरत है |चेहरे की बनावट ग्रह प्रभाव बताता है की व्यक्ति का स्वभाव और नैसर्गिक गुण क्या हैं ,पर चेहरे का तेज अथवा आभाम्मंडल बताता है की वह किस तरह की उर्जाओं से घिरा है ,कौन सी शक्तियाँ उसे प्रभावित कर रही |आतंरिक रूप से उसका ऊर्जा स्तर क्या है |
चेहरे की चमक और व्यक्तित्व का प्रभाव बता देता है की व्यक्ति में सकारात्मक उर्जा का संचार हो रहा है या नकारात्मक का ,मतलब नहीं की चेहरे की बनावट क्या है और रंग क्या है | आप में धनात्मक अथवा सकारात्मक ऊर्जा संचार रहने पर एक संतुष्टि ।आंतरिक प्रफुल्लता ।कर्म में ऊर्जा और व्यवहार में सहृदयता होगी क्योंकि यह मनुष्य के मौलिक गुण हैं जो मूल रूप ऐसी स्थिति में प्राप्त करते हैं ।ऐसे में कोई भी सम्पर्क में आने वाला प्रभावित होता है ।साथ रहना चाहता है ।जबकि नकारात्मक ऊर्जा हो तो ठीक विपरीत परिणाम सामने आते हैं ।आप किसी से अच्छी बात करेंगे ,प्यार से बात करेंगे ,बहुत सलीके से रहेंगे और खुद को कितना भी अच्छा साबित करेंगे आपका प्रभाव नहीं पड़ेगा अथवा नकारात्मक प्रभाव ही आएगा और इच्छानुसार उद्देश्य सफल नहीं होंगे |कहीं भी किसी के भी सामने जाने पर अनुकूलता नहीं मिलेगी |घर -परिवार -मित्र आपमें लाख अच्छाईयां होने पर भी आपको अच्छा नहीं कहेंगे अथवा आपसे लोग दूर रहना चाहेंगे |घर परिवार तक में लोग काटेंगे अथवा दूर रहेंगे या अनावश्यक कलह होगा |केवल किसी के चित्र मात्र से यह सब जाना जा सकता है |
आपका चेहरा और उसका प्रभाव ,आपके हावभाव ,आपके चाल ढाल ,आपका इम्प्रेसन आपके अवचेतन की कहानी कह देता है |आप आशावादी हैं ,निराशावादी हैं ,हीन भावना से ग्रस्त हैं या बोल्ड -उत्साही हैं ,आप कर्मठ हैं आलसी हैं ,स्वस्थ हैं या अस्वस्थ हैं ,दब्बू हैं ,क्रोधी हैं ,सौम्य हैं ,खुद निर्णय ले सकते हैं या नहीं सब बताता है आपका चेहरा |आपके दिखाने साबित करने से कुछ नहीं होता ,चेहरा पढने वाला सब भांप लेता है |यदि कम क्रियाशील कुंडली के भाव ,ग्रह और शारीरिक चक्र पर विशेष ध्यान दिया जाए और उन्हें सक्रिय किया जाए अथवा व्यक्ति को असंतुलित कर रही ऊर्जा को पकड़ा जाए और नियंत्रित किया जाए ,संतुलित किया जाए तो व्यक्ति के कर्म ,भाग्य ,औरा में तत्काल परिवर्तन आते हैं और सफलता शीघ्र ही दोगुनी तक बढ़ सकती है ,क्योकि 50 प्रतिशत लाभ उस ग्रह ,भाव और चक्र की अतिरिक्त सक्रियता से बढ़ता है तथा 50 प्रतिशत लाभ अतिरिक्त सक्रियता से उतपन्न ऊर्जा से नकारात्मक ऊर्जा में कमी आने से होता है ।इस तरह अतिरिक्त ऊर्जा वृद्धि /संतुलन दोगुने परिवर्तन कर एक असफल ,निराश ,पीड़ित ,दुखी व्यक्ति को सफल और सुखी बना सकती है ।.......................................हर हर महादेव
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किसी का भी चेहरा ,हावभाव ,शारीरिक बनावट ,बातचीत के तरीके ,चाल ढाल देखकर यह जाना जा सकता है कि उसका कौन सा ग्रह अधिक प्रभावी है उसके जीवन में , और कौन से ग्रह के प्रभाव में कमी है ।कौन सा भाव कुंडली का अधिक एक्टिव है और कौन सा भाव कम क्रियाशील अथवा निष्क्रिय है ।कौन सा शारीरिक चक्र अधिक क्रियाशील है और कौन सा चक्र सबसे कम तरंगें उत्सर्जित कर रहा या क्रियाशील है ।किस तरह की ऊर्जा की जरूरत उसे हैं और किस तरह की ऊर्जा में कमी लाने की आवश्यकता है अथवा संतुलित करने की जरूरत है |चेहरे की बनावट ग्रह प्रभाव बताता है की व्यक्ति का स्वभाव और नैसर्गिक गुण क्या हैं ,पर चेहरे का तेज अथवा आभाम्मंडल बताता है की वह किस तरह की उर्जाओं से घिरा है ,कौन सी शक्तियाँ उसे प्रभावित कर रही |आतंरिक रूप से उसका ऊर्जा स्तर क्या है |
चेहरे की चमक और व्यक्तित्व का प्रभाव बता देता है की व्यक्ति में सकारात्मक उर्जा का संचार हो रहा है या नकारात्मक का ,मतलब नहीं की चेहरे की बनावट क्या है और रंग क्या है | आप में धनात्मक अथवा सकारात्मक ऊर्जा संचार रहने पर एक संतुष्टि ।आंतरिक प्रफुल्लता ।कर्म में ऊर्जा और व्यवहार में सहृदयता होगी क्योंकि यह मनुष्य के मौलिक गुण हैं जो मूल रूप ऐसी स्थिति में प्राप्त करते हैं ।ऐसे में कोई भी सम्पर्क में आने वाला प्रभावित होता है ।साथ रहना चाहता है ।जबकि नकारात्मक ऊर्जा हो तो ठीक विपरीत परिणाम सामने आते हैं ।आप किसी से अच्छी बात करेंगे ,प्यार से बात करेंगे ,बहुत सलीके से रहेंगे और खुद को कितना भी अच्छा साबित करेंगे आपका प्रभाव नहीं पड़ेगा अथवा नकारात्मक प्रभाव ही आएगा और इच्छानुसार उद्देश्य सफल नहीं होंगे |कहीं भी किसी के भी सामने जाने पर अनुकूलता नहीं मिलेगी |घर -परिवार -मित्र आपमें लाख अच्छाईयां होने पर भी आपको अच्छा नहीं कहेंगे अथवा आपसे लोग दूर रहना चाहेंगे |घर परिवार तक में लोग काटेंगे अथवा दूर रहेंगे या अनावश्यक कलह होगा |केवल किसी के चित्र मात्र से यह सब जाना जा सकता है |
आपका चेहरा और उसका प्रभाव ,आपके हावभाव ,आपके चाल ढाल ,आपका इम्प्रेसन आपके अवचेतन की कहानी कह देता है |आप आशावादी हैं ,निराशावादी हैं ,हीन भावना से ग्रस्त हैं या बोल्ड -उत्साही हैं ,आप कर्मठ हैं आलसी हैं ,स्वस्थ हैं या अस्वस्थ हैं ,दब्बू हैं ,क्रोधी हैं ,सौम्य हैं ,खुद निर्णय ले सकते हैं या नहीं सब बताता है आपका चेहरा |आपके दिखाने साबित करने से कुछ नहीं होता ,चेहरा पढने वाला सब भांप लेता है |यदि कम क्रियाशील कुंडली के भाव ,ग्रह और शारीरिक चक्र पर विशेष ध्यान दिया जाए और उन्हें सक्रिय किया जाए अथवा व्यक्ति को असंतुलित कर रही ऊर्जा को पकड़ा जाए और नियंत्रित किया जाए ,संतुलित किया जाए तो व्यक्ति के कर्म ,भाग्य ,औरा में तत्काल परिवर्तन आते हैं और सफलता शीघ्र ही दोगुनी तक बढ़ सकती है ,क्योकि 50 प्रतिशत लाभ उस ग्रह ,भाव और चक्र की अतिरिक्त सक्रियता से बढ़ता है तथा 50 प्रतिशत लाभ अतिरिक्त सक्रियता से उतपन्न ऊर्जा से नकारात्मक ऊर्जा में कमी आने से होता है ।इस तरह अतिरिक्त ऊर्जा वृद्धि /संतुलन दोगुने परिवर्तन कर एक असफल ,निराश ,पीड़ित ,दुखी व्यक्ति को सफल और सुखी बना सकती है ।.......................................हर हर महादेव
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