फेसबुक -इंटरनेट आदि पर प्रकाशित पूजा - साधनाएं बिना सोचे -समझे न करें
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आजकल फेसबुक पर ज्योतिषियों - तांत्रिकों की बाढ़ आई हुई है |एक से एक बड़े और अजीब अजीब नाम वाले साधू -महात्मा -तन्त्रचार्य -भैरव -भैरवी- आचार्य -एस्ट्रो -ज्योतिषी -पंडित -कापालिक -अघोरी -योगी फेसबुक पर छाये हुए हैं |रोज एक से उपाय गढ़े और बनाये जा रहे हैं |पोस्ट किये जा रहे हैं |ऐसी ऐसी साधनाएं और पूजा पोस्ट हो रही हैं जो केवल गुरु गम्य हैं अथवा जिनमे बहुत सावधानी की आवश्यकता होती है |ऐसे ऐसे मंत्र पोस्ट हो रहे हैं जिन्हें केवल गुरु के निर्देशन में ही करने का निर्देश दिया गया है |यहाँ तो किताबों -शास्त्रों को खोला औए चाप दिया जा रहा है ,बिना सोचे समझे |खुद कभी किसी ने किया नहीं होता |कभी कभी ऐसे भी मंत्र आदि मिल जाते हैं जो शास्त्रों तक में नहीं मिलते |शाबर मन्त्रों के नाम पर ऐसे ऐसे मंत्र दिख जा रहे हैं जो देखते ही लगता है की बाद में गढ़े गए हैं |
ध्यान देने योग्य है किताबों -शास्त्रों में पूर्ण पद्धति-विधि-विधान मुश्किल से ही दिया होता है अथवा त्रुतुपूर्ण होता है ,जिसके कारण पब्लिशर लिख देता है की इन साधनाओं की जिम्मेदारी उसकी नहीं होगी ,मात्र जानकारी है |पर यहाँ तो सीधे पोस्ट कर दे रहे हैं ,वह भी अक्सर त्रुटिपूर्ण मन्त्रों और पद्धति के साथ |यदि यह सब इतना ही आसान होता तो सभी किताबें उठाकर कर लेते साधनाएं और पूजा यय्जा सिद्ध हो जाते ,किसी को कोई समस्या ही न रहती ,किसी को गुरु की जरुरत ही न होती |किन्तु ऐसा नहीं है |किताबों में पूरी विधि नहीं होती या गलत सही लिखा होता है |सोचिये किताबें भी तो किसी एक मनुष्य की ही मष्तिष्क की उपज हैं ,क्या जरुरी है की वह सही ही हों |कोई महान लेखक एक अच्छा साधक या जानकार खुद हो बहुत मुश्किल होता है |वह भी इधर उधर से सामग्री इकठ्ठा करके लिख देता है |खुद विषय की जानकारी हो कोई गारंटी नहीं होती |इसीलिए किताबों से साधना पूजा करना मना किया जाता है |
अब ये फेस्बुकिये तांत्रिक -ज्योतिषी उसे ही उठाकर पोस्ट कर दे रहे हैं |एक पोस्ट हुई की वह महामारी की तरह कापी पेस्ट होकर सब जगह फ़ैल जाती है |कुछ पीड़ित और परेशान लोग उपाय खोजने के चक्कर में अथवा सस्ता उपाय पाने के चक्कर में इन उपायों को करने का भी प्रयास करते हैं |कभी भाग्य वश लाभ भी हो जाता है पर अधिकतर को या तो कोई लाभ नहीं होता या नुक्सान ही होता है | इसका कारण हैं |पद्धति पूरी नहीं होती |नक्षत्र-समय-दिशा-सामग्री की जानकारी या तो सही नहीं होती या होती ही नहीं |मंत्र अक्सर गलत होते हैं ,अगर सही भी हुए तो कीलित हो सकते हैं |बिना गुरु से प्राप्त किये काम ही नहीं करते |कहने को तो देस्बुक के धुरंधर तांत्रिक कीलन हटाने का भी प्रासेस पोस्ट करते हैं पर वास्तव में क्या होता है कहा नहीं जा सकता |
सबसे बड़ा ध्यान देने लायक तथ्य है की अगर बहुत योग्य ज्योतिषी और तांत्रिक अथवा अघोरी अथवा भैरवी अथवा कापालिक है तो वह फेसबुक पर क्या कर रहा है |उसके पास इतना समय कहाँ से आ गया की वह फेसबुक पर दिनभर बैठा पोस्ट पर पोस्ट कर रहा है |इसका तो यही मतलब है की उसके पास समय ही समय है और वह या तो बेकार है या कुछ नहीं करता और उल्लू बना रहा है |आप किसी के लगातार कुछ पोस्टों को ध्यान से पढ़ें |खुद समझ आ जाएगा ,की वह पोस्ट कापी पेस्ट है ,चुराई गयी है ,या किताब से लिखी गयी है या उस लेखक की जानकारी सीमित है |सब समझ आ जाता है |गेरुआ अथवा काला कपड़ा मत देखिये |खोपड़ी अथवा शमशान की फोटो के साथ किसी की फोटो को मत देखिये |माला लटकाए और भव्य भेषभूषा मत देखिये |मंदिर =तीर्थ की फोटो मत देखिये |यह सब बनाया हो सकता है |जरुरी नहीं की यह सब सच और वास्तविक ही हो |दिखावा वही करता है जिसमे अन्दर कुछ हो और वह दिखाना कुछ और चाहता हो |अतः उसे अच्छे से देखें -समझें ,फिर अनुसरण करें |पूरा चैनल आजकल इस तरह सोसल मीडिया पर चल रहा है |
आजकल फेसबुक पर ज्योतिषियों की भी बाढ़ आई हुई है |अधिकतर तो कुछ दिन पहले तक अपनी कुंडलियाँ लिए यहाँ वहां घूम रहे थे |आज बड़ा सा नाम रख के ज्योतिषी हो गए हैं |ज्योतिष की पूरी जानकारी कौन कहे मूल किताबें भी नहीं पढ़ी ,केवल नेट पर कुछ पढ़ लिया ,यहाँ वहां कुछ देख लिया ,लग्न कुंडली आ गयी बन गए ज्योतिषी |अथवा दो तीन महीने आनलाइन कुछ सीख लिया और ज्योतिषी हो गए |अधिकतर को तो यही नहीं पता होता की ज्योतिष की कितनी शाखाएं होती हैं |मूल भूत सूत्र तक नहीं पता होते हैं |केवल फलित पढ़कर ज्योतिषी बं बैठते हैं |उद्देश्य केवल धन कमाना भला हो किसी का या न हो |उपाय नेट पर प्रचारित बता देंगे |पूछो भैया ये उपाय काम कैसे करता है तो कुछ नहीं पता |मंत्र का शुद्ध उच्चारण और नाद की सही जानकारी तो अधिकतर को नहीं होती |खुद पूजा करते नहीं लोगों को पूजा बताते रहते हैं |विश्वास न हो तो आप खुद खोद खोद कर पूछिए |समझ आ जाएगा किसको कितना पता है |व्यवसायी व्यवसाय करना जानता है ,उसे अपने भले से मतलब होता है ,आपका भला हो या न हो |वह रटा रटाया उत्तर देगा जबकि ज्योतिष वास्तव में व्यवसाय नहीं एक विशिष्ट कर्म और संस्कार है जो धर्म से जुड़ा हुआ है |
जो उपरोक्त प्रकार के लोग हैं उन्हें बहुत बुरा लगेगा हमारी यह पोस्ट पढ़कर |कह सकते हैं आप क्या कर रहे हैं फेसबुक पर ,आप भी तो तांत्रिक हैं ,आप भी तो मंत्र देते हैं ,उपाय बताते हैं ,पूजा -साधना पोस्ट करते हैं |तो भाई ऐसों के लिए -हम फेसबुक पर कभी झूठा दावा नहीं करते ,बहुत कुछ नहीं करते ,साधनाएं सोचकर -देखकर पोस्ट करते हैं |महाविद्या साधक हैं पर साधू नहीं गृहस्थ |अतः समय थोडा है यहाँ के लिए |केवल ताबीजों आदि का निर्माण करते हैं और उपाय बताते हैं |आडम्बर नहीं करते |झूठा दावा नहीं करते |कोसिस रहती है जितनी जानकारी दी जाए सही और प्रामाणिक दी जाए |बार बार लिखते रहते हैं तांत्रिक प्रयोग बिना गुरु अथवा मार्गदर्शक की देख रेख के न करें |हमारा उद्देश्य सदैव से रहा है की तंत्र और गूढ़ विज्ञान के क्षेत्र में फैली भ्रांतियां दूर की जाएँ |सही पक्ष रखा जाए ,सही चीज बताई जाए जिससे इनका सही रूप सामने आये और अपनी संस्कृति अपने विज्ञान को लोग समझ सके ,जाने ,लोगो का सचमुच भला हो सके |लाल पीला कपडा -बाल -दाढ़ी का दिखावा नहीं |वाही जानकारी जो प्रामाणित की जा सकें |
हमारा अपने पाठकों के साथ साथ अपने मित्रों से अनुरोध है की आप कभी भी फेसबुक ,इंटरनेट पर प्रकाशित कोई भी पूजा -साधना -उपाय बिना जांचे ,बिना योग्य मार्गदर्शक अथवा गुरु से समझे न करें |आपको फायदा तो क्या नुक्सान भी हो सकता है |आप कुछ न करें यह बेहतर है बजाय इसके की आपका और नुक्सान हो जाए |कुछ पैसे बचाने का लालच आपको भारी पड़ सकता है |आप अपनी समस्या के लिए व्यक्तिगत मुलाक़ात को ही प्राथमिकता दें |अगर ऐसा संभव नहीं तो लगातार कुछ महीने तक उस व्यक्ति का निरिक्षण करें जिससे आप परामर्श ले रहे हैं ,जिसने उपाय बताये हैं ,मंत्र दिए हैं |जल्दबाजी न करें |आज की जल्दबाजी भारी पड़ सकती है |पैसा तो बर्बाद होगा ही नुक्सान भी संभव है |कुछ दिन गंभीरता से निरिक्षण पर सच्चाई सामने आने की पूरी संभावना रहती है |बताये उपाय किताबों से मिलाने का प्रयास करें ,दुसरे गुरु से भी जानने का प्रयत्न करें |लोगों के पोस्ट गंभीरता से पढ़ें और देखें की सही शुद्ध लिख रहा है की नहीं ,कापी पेस्ट तो नहीं कर रहा यहाँ वहां से उठाकर ,उम्र और सोच कैसी है ,आदि आदि |............................................................................हर-हर महादेव
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आजकल फेसबुक पर ज्योतिषियों - तांत्रिकों की बाढ़ आई हुई है |एक से एक बड़े और अजीब अजीब नाम वाले साधू -महात्मा -तन्त्रचार्य -भैरव -भैरवी- आचार्य -एस्ट्रो -ज्योतिषी -पंडित -कापालिक -अघोरी -योगी फेसबुक पर छाये हुए हैं |रोज एक से उपाय गढ़े और बनाये जा रहे हैं |पोस्ट किये जा रहे हैं |ऐसी ऐसी साधनाएं और पूजा पोस्ट हो रही हैं जो केवल गुरु गम्य हैं अथवा जिनमे बहुत सावधानी की आवश्यकता होती है |ऐसे ऐसे मंत्र पोस्ट हो रहे हैं जिन्हें केवल गुरु के निर्देशन में ही करने का निर्देश दिया गया है |यहाँ तो किताबों -शास्त्रों को खोला औए चाप दिया जा रहा है ,बिना सोचे समझे |खुद कभी किसी ने किया नहीं होता |कभी कभी ऐसे भी मंत्र आदि मिल जाते हैं जो शास्त्रों तक में नहीं मिलते |शाबर मन्त्रों के नाम पर ऐसे ऐसे मंत्र दिख जा रहे हैं जो देखते ही लगता है की बाद में गढ़े गए हैं |
ध्यान देने योग्य है किताबों -शास्त्रों में पूर्ण पद्धति-विधि-विधान मुश्किल से ही दिया होता है अथवा त्रुतुपूर्ण होता है ,जिसके कारण पब्लिशर लिख देता है की इन साधनाओं की जिम्मेदारी उसकी नहीं होगी ,मात्र जानकारी है |पर यहाँ तो सीधे पोस्ट कर दे रहे हैं ,वह भी अक्सर त्रुटिपूर्ण मन्त्रों और पद्धति के साथ |यदि यह सब इतना ही आसान होता तो सभी किताबें उठाकर कर लेते साधनाएं और पूजा यय्जा सिद्ध हो जाते ,किसी को कोई समस्या ही न रहती ,किसी को गुरु की जरुरत ही न होती |किन्तु ऐसा नहीं है |किताबों में पूरी विधि नहीं होती या गलत सही लिखा होता है |सोचिये किताबें भी तो किसी एक मनुष्य की ही मष्तिष्क की उपज हैं ,क्या जरुरी है की वह सही ही हों |कोई महान लेखक एक अच्छा साधक या जानकार खुद हो बहुत मुश्किल होता है |वह भी इधर उधर से सामग्री इकठ्ठा करके लिख देता है |खुद विषय की जानकारी हो कोई गारंटी नहीं होती |इसीलिए किताबों से साधना पूजा करना मना किया जाता है |
अब ये फेस्बुकिये तांत्रिक -ज्योतिषी उसे ही उठाकर पोस्ट कर दे रहे हैं |एक पोस्ट हुई की वह महामारी की तरह कापी पेस्ट होकर सब जगह फ़ैल जाती है |कुछ पीड़ित और परेशान लोग उपाय खोजने के चक्कर में अथवा सस्ता उपाय पाने के चक्कर में इन उपायों को करने का भी प्रयास करते हैं |कभी भाग्य वश लाभ भी हो जाता है पर अधिकतर को या तो कोई लाभ नहीं होता या नुक्सान ही होता है | इसका कारण हैं |पद्धति पूरी नहीं होती |नक्षत्र-समय-दिशा-सामग्री की जानकारी या तो सही नहीं होती या होती ही नहीं |मंत्र अक्सर गलत होते हैं ,अगर सही भी हुए तो कीलित हो सकते हैं |बिना गुरु से प्राप्त किये काम ही नहीं करते |कहने को तो देस्बुक के धुरंधर तांत्रिक कीलन हटाने का भी प्रासेस पोस्ट करते हैं पर वास्तव में क्या होता है कहा नहीं जा सकता |
सबसे बड़ा ध्यान देने लायक तथ्य है की अगर बहुत योग्य ज्योतिषी और तांत्रिक अथवा अघोरी अथवा भैरवी अथवा कापालिक है तो वह फेसबुक पर क्या कर रहा है |उसके पास इतना समय कहाँ से आ गया की वह फेसबुक पर दिनभर बैठा पोस्ट पर पोस्ट कर रहा है |इसका तो यही मतलब है की उसके पास समय ही समय है और वह या तो बेकार है या कुछ नहीं करता और उल्लू बना रहा है |आप किसी के लगातार कुछ पोस्टों को ध्यान से पढ़ें |खुद समझ आ जाएगा ,की वह पोस्ट कापी पेस्ट है ,चुराई गयी है ,या किताब से लिखी गयी है या उस लेखक की जानकारी सीमित है |सब समझ आ जाता है |गेरुआ अथवा काला कपड़ा मत देखिये |खोपड़ी अथवा शमशान की फोटो के साथ किसी की फोटो को मत देखिये |माला लटकाए और भव्य भेषभूषा मत देखिये |मंदिर =तीर्थ की फोटो मत देखिये |यह सब बनाया हो सकता है |जरुरी नहीं की यह सब सच और वास्तविक ही हो |दिखावा वही करता है जिसमे अन्दर कुछ हो और वह दिखाना कुछ और चाहता हो |अतः उसे अच्छे से देखें -समझें ,फिर अनुसरण करें |पूरा चैनल आजकल इस तरह सोसल मीडिया पर चल रहा है |
आजकल फेसबुक पर ज्योतिषियों की भी बाढ़ आई हुई है |अधिकतर तो कुछ दिन पहले तक अपनी कुंडलियाँ लिए यहाँ वहां घूम रहे थे |आज बड़ा सा नाम रख के ज्योतिषी हो गए हैं |ज्योतिष की पूरी जानकारी कौन कहे मूल किताबें भी नहीं पढ़ी ,केवल नेट पर कुछ पढ़ लिया ,यहाँ वहां कुछ देख लिया ,लग्न कुंडली आ गयी बन गए ज्योतिषी |अथवा दो तीन महीने आनलाइन कुछ सीख लिया और ज्योतिषी हो गए |अधिकतर को तो यही नहीं पता होता की ज्योतिष की कितनी शाखाएं होती हैं |मूल भूत सूत्र तक नहीं पता होते हैं |केवल फलित पढ़कर ज्योतिषी बं बैठते हैं |उद्देश्य केवल धन कमाना भला हो किसी का या न हो |उपाय नेट पर प्रचारित बता देंगे |पूछो भैया ये उपाय काम कैसे करता है तो कुछ नहीं पता |मंत्र का शुद्ध उच्चारण और नाद की सही जानकारी तो अधिकतर को नहीं होती |खुद पूजा करते नहीं लोगों को पूजा बताते रहते हैं |विश्वास न हो तो आप खुद खोद खोद कर पूछिए |समझ आ जाएगा किसको कितना पता है |व्यवसायी व्यवसाय करना जानता है ,उसे अपने भले से मतलब होता है ,आपका भला हो या न हो |वह रटा रटाया उत्तर देगा जबकि ज्योतिष वास्तव में व्यवसाय नहीं एक विशिष्ट कर्म और संस्कार है जो धर्म से जुड़ा हुआ है |
जो उपरोक्त प्रकार के लोग हैं उन्हें बहुत बुरा लगेगा हमारी यह पोस्ट पढ़कर |कह सकते हैं आप क्या कर रहे हैं फेसबुक पर ,आप भी तो तांत्रिक हैं ,आप भी तो मंत्र देते हैं ,उपाय बताते हैं ,पूजा -साधना पोस्ट करते हैं |तो भाई ऐसों के लिए -हम फेसबुक पर कभी झूठा दावा नहीं करते ,बहुत कुछ नहीं करते ,साधनाएं सोचकर -देखकर पोस्ट करते हैं |महाविद्या साधक हैं पर साधू नहीं गृहस्थ |अतः समय थोडा है यहाँ के लिए |केवल ताबीजों आदि का निर्माण करते हैं और उपाय बताते हैं |आडम्बर नहीं करते |झूठा दावा नहीं करते |कोसिस रहती है जितनी जानकारी दी जाए सही और प्रामाणिक दी जाए |बार बार लिखते रहते हैं तांत्रिक प्रयोग बिना गुरु अथवा मार्गदर्शक की देख रेख के न करें |हमारा उद्देश्य सदैव से रहा है की तंत्र और गूढ़ विज्ञान के क्षेत्र में फैली भ्रांतियां दूर की जाएँ |सही पक्ष रखा जाए ,सही चीज बताई जाए जिससे इनका सही रूप सामने आये और अपनी संस्कृति अपने विज्ञान को लोग समझ सके ,जाने ,लोगो का सचमुच भला हो सके |लाल पीला कपडा -बाल -दाढ़ी का दिखावा नहीं |वाही जानकारी जो प्रामाणित की जा सकें |
हमारा अपने पाठकों के साथ साथ अपने मित्रों से अनुरोध है की आप कभी भी फेसबुक ,इंटरनेट पर प्रकाशित कोई भी पूजा -साधना -उपाय बिना जांचे ,बिना योग्य मार्गदर्शक अथवा गुरु से समझे न करें |आपको फायदा तो क्या नुक्सान भी हो सकता है |आप कुछ न करें यह बेहतर है बजाय इसके की आपका और नुक्सान हो जाए |कुछ पैसे बचाने का लालच आपको भारी पड़ सकता है |आप अपनी समस्या के लिए व्यक्तिगत मुलाक़ात को ही प्राथमिकता दें |अगर ऐसा संभव नहीं तो लगातार कुछ महीने तक उस व्यक्ति का निरिक्षण करें जिससे आप परामर्श ले रहे हैं ,जिसने उपाय बताये हैं ,मंत्र दिए हैं |जल्दबाजी न करें |आज की जल्दबाजी भारी पड़ सकती है |पैसा तो बर्बाद होगा ही नुक्सान भी संभव है |कुछ दिन गंभीरता से निरिक्षण पर सच्चाई सामने आने की पूरी संभावना रहती है |बताये उपाय किताबों से मिलाने का प्रयास करें ,दुसरे गुरु से भी जानने का प्रयत्न करें |लोगों के पोस्ट गंभीरता से पढ़ें और देखें की सही शुद्ध लिख रहा है की नहीं ,कापी पेस्ट तो नहीं कर रहा यहाँ वहां से उठाकर ,उम्र और सोच कैसी है ,आदि आदि |............................................................................हर-हर महादेव
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