Sunday, 2 February 2020

कैसे चमत्कारी है दिव्य गुटिका [डिब्बी]

                                    हमने अपने ३० वर्षों के तंत्र जीवन के अनुभव के आधार पर और विभिन्न प्रकार की समस्याओं से ग्रस्त लोगों के कष्टों को दृष्टिगत रखते हुए एक दिव्य गुटिका का निर्माण किया है ,जो लगभग अधिकतर सामान्य समस्याओं का निवारण करता है |इसका नाम हमने चमत्कारी दिव्य गुटिका रखा है क्योकि यह अनेक समस्याओं ,अनेक कार्यों में काम करता है |इससे अनेक और कठिन उद्देश्य पूर्ण किये जा सकते हैं बस प्रक्रिया और पद्धति बदल कर जबकि गुटिका या डिब्बी वही रहती है |यह गुटिका या डिब्बी लोगों के लगभग सभी वह कार्य पूर्ण करती है जिसके लिए अलग -अलग पूजा -जप -तप करना पड़ता है या -ताबीज -कवच -जड़ी आदि धारण करना पड़ता है |इसमें वैसे तो २१ वस्तुएं हम सम्मिलित करके एक दिव्य प्रभाव उत्पन्न करते हैं किन्तु सभी का नाम नहीं बता सकते ,क्योकि यह हमारा व्यक्तिगत और गोपनीय अनुसंधान है जिसे हम सार्वजनिक नहीं कर सकते ,क्योकि इसका लोग व्यावसायिक उपयोग कर सकते हैं अथवा इसका दुरुपयोग कर सकते हैं ,चुकी यह सभी षट्कर्म मारण ,मोहन ,उच्चाटन ,वशीकरण ,आकर्षण ,शांति कर्म के उद्देश्य पूर्ण करता है |
                              हमारे द्वारा निर्मित दिव्य गुटिका या डिब्बी कैसे चमत्कार करती है इसको आप इसमें सम्मिलित कुछ वस्तुओं के विशेषता से समझ सकते हैं |जो वस्तुएं पहचानी जा सकती हैं उनकी विशेषता हम बता रहे हैं जो हमारी गोपनीय वस्तुएं हैं उन्हें पहचाना नहीं जा सकता और उनकी विशेषता भी हम नहीं लिख रहे ,क्योकि इनमे कुछ प्रतिबंधित और दुर्लभ वस्तुएं भी हैं |जिन वस्तुओं की विशेषता लिख रहे उन्ही मात्र से अंदाजा हो जाएगा की यह वास्तव में चमत्कारी है ,इनमे अगर हम अन्य वस्तुओं की विशेषता को भी सम्मिलित कर दें जो गोपनीय हैं तो यह महा चमत्कारी हो जाती है |कुछ वस्तुओं की विशेषता निम्न है --
हत्था -जोड़ी
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इसमें उपयोग की गयी हत्थाजोड़ी में माता चामुंडा का वास माना जाता है |इस जड़ी का सर्वाधिक प्रभाव इसकी सम्मोहंनशीलता है | साधक [व्यक्ति] इसे लेकर कही भी जाये उसका विरोध नहीं होगा |सम्बंधित मनुष्य उसके अनुकूल आचरण और व्यवहार करेगा |इस जड़ी के इसी गुण [सम्मोहनशीलता ]के कारण ही बहुत से लोग इसका प्रयोग प्रेम सम्बन्धी मामलों में भी करते हैं ,,|पति-पत्नी के मामलों में यह अत्यंत उपयोगी भी है और सदुपयोग भी |सम्मोहन और वशीकरण [आकर्षण ]के अतिरिक्त इसका प्रयोग धन वृद्धि ,सुरक्षा ,सौभाग्य वृद्धि ,व्यापार बाधा हटाने आदि में भी किया जाता है और बेहद प्रभावी भी है | इसकी सम्पूर्ण विधि पूर्वक प्राण-प्रतिष्ठा इसे अमूल्य बना देती है |धारक या साधक यात्रा ,विवाद ,प्रतियोगिता ,साक्षात्कार ,द्युतक्रीडा ,और युद्धादी में यह साधक की रक्षा करके उसे विजय प्रदान करती है |भूत-प्रेत आदि वायव्य बाधाओं का उसे कोई भय नहीं रहता ,धन-संपत्ति देने में भी यह बहुत चमत्कारी सिद्ध होती है |इस पर विभिन्न प्रकार के वशीकरण-आकर्षण-सम्मोहन के प्रयोग किये जाते हैं ,विदेश यात्रा की रुकावटें दूर करने की क्रियाएं होती हैं ,घर की सुरक्षा की क्रियाएं होती हैं ,धन-संपत्ति-आकस्मिक लाभ सम्बन्धी क्रियाएं होती हैं ,व्यापार वृद्धि प्रयोग होते हैं ,मुकदमे में विजय ,विरोधियों की पराजय की क्रियाएं होती है ,,इसे जेब में रखा जाये तो सम्मान-सम्मोहंशीलता-प्रभाव बढ़ता है ,सामने के व्यक्ति का वाकस्तम्भन होता है ,आकस्मिक आय के स्रोत बनते हैं 
सियारसिंगी
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दूसरी वस्तु सियार्सिंगी शत्रु पराभव ,सामाजिक सम्मान ,शरीर रक्षा ,श्री समृद्धि ,आकर्षण ,वशीकरण ,सम्मोहन ,धन-सम्पदा ,सुख शान्ति के लिए उपयोग की जा सकती है |किसी शुभ तांत्रिक मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित सियारसिंगी वाद-विवाद ,युद्ध ,संकट ,आपदा ,से बचानेवाला भी सिद्ध होता है |यह रक्षा कार्यों में अद्भुत सफलतादायक कहा जाता है |इसे धारण करनेवाला व्यक्ति दुर्घटना ,विवाद ,युद्ध अथवा किसी अन्य संकट में पड़ने पर तुरंत ही आप्दामुक्त हो जाता है |इस पर धन-समृद्धि ,वशीकरण ,सम्मोहन ,सुरक्षा से सम्बंधित विभिन्न क्रियाएं भी होती हैं ,जैसी आवश्यकता हो |केवल मंत्र और पद्धति ही बदलती है सियारसिंगी वही रहता है |इसे रखने वाला व्यक्ति जहाँ भी जाता है वहां का वातावरण उसके अनुकूल हो जाता है |
श्वेतार्क मूल
--------------- श्वेतार्क मूल धन -समृद्धि प्रदायक ,भूत -प्रेत -शाकिनी -डाकिनी ,अभिचार -तंत्र क्रिया ,अल-बला ,नजर दूर करने वाला ,वशिकारक ,राजकीय कृपा ,मान-सम्मान प्रदायक ,रोग-शोक -शत्रु नाशक ,उन्नति और सफलता देने वाला ,विरोधियों को परास्त करने वाला ,इच्छा पूर्ती करने वाला ,
औदुम्बर मूल
----------------- औदुम्बर की मूल धन -समृद्धि कारक ,उत्तम संतान सुख देने वाला ,यश -सम्मान देने वाला ,सुख -शान्ति -पारिवारिक सौहार्द्र देने वाला ,
पीली कौड़ी
-------------  पीली कौड़ी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और धन -समृद्धि के लिए अथवा धन वृद्धि के लिए इसे अधिक कारगर माना जाता है |इससे धन -संपत्ति -समृद्धि शान्ति की वृद्धि होती है |आया वृद्धि और धन संचय के अवसर बढ़ते हैं |धन संचय में आ रही रुकावटें दूर होती हैं |
गोमती चक्र
-------------- आर्थिक बाधा नाश और स्थायी लक्ष्मी प्राप्त होती है ,स्वास्थय सुरक्षा होती है और स्वास्थ्य -आरोग्य प्राप्त होता है ,शत्रु नाश होता है ,,डूबा -फंसा धन मिलने की संभावना बनती है ,नजर दोष -अभिचार से रक्षा होती है ,विवाद -मुकदमे में विजय प्राप्त होती है ,बुद्धि एकाग्रता में मदद करता है ,भूत -प्रेत -टोन -टोटके का दुष्प्रभाव टोकता है ,भाग्योदय करता है ,नौकरी -कार्य -व्यवसाय में सफलता दिलाता है ,गृह क्लेश का नाश करता है ,संतान बाधा समाप्त करता है , व्यापार -व्यवसाय में वृद्धि होती है |
श्वेत गूंजा
------------ श्वेत गुंजा धनदायक होता है |इससे आकस्मिक आय के स्रोत खुलते हैं |लक्ष्मी प्राप्ति होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है |अभिचार से रक्षा होती है |
दक्षिणावर्ती शंख
------------------- दक्षिणावर्ती शंख जहाँ भी रहता है दरिद्रता वहां से पलौँ कर जाती है अर्थात निर्धनता -गरीबी निवारण के लिए यह सर्वश्रेष्ठ वस्तु है |इसके पूजा से धनलाभ ,संपत्ति प्राप्ति होती है |इससे अन्न भण्डार बढ़ता है ,समृद्धि बढती है ,शान्ति परिवार में बढती है ,विद्या -बुद्धि का विकास होता है |दुर्भाग्य ,अभिशाप ,अभिचार ,जादू -टोना ,नजर दोष और दुर्ग्रह प्रभाव समाप्त हो जाते हैं |
महायोगेश्वरी मूल
---------------------- महायोगेश्वरी की जड़ मंगल पीड़ा को शांत करती है ,बुद्धि का विकास करती है ,नजर दोष -अभिचार दोष को रोकती है ,देवी शक्ति युक्त होने से यह शक्तियाँ व्यक्ति की रक्षा करती है ,धारक को सर्वत्र मान -सम्मान प्राप्त होता है |प्रतियोगिता ,युद्ध ,विवाद ,प्रतिस्पर्धा आदि में विजय प्राप्त होती है |भूत -प्रेत की बाधा समाप्त होती है |धनाभाव -दरिद्रता दूर होता है और सुख -समृद्धि में वृद्धि होती है |अकाल मृत्यु भय से सुरक्षा होती है |वशीकरण प्रभाव बढ़ता है |
निर्गुन्डी मूल
--------------- निर्गुन्डी मूल लगातार आय उपलब्ध कराने में सहयोगी होती है |आकस्मिक धन प्राप्ति में सहायक होती है ,और इसके होने से लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं |यह नकारात्मक ऊर्जा भी दूर करती है और सुख -समृद्धि भी बढाती है |
अमरबेल मूल
---------------- अमरबेल वाशिकारक प्रभाव रखने वाली वनस्पति है जो वशीकरण की शक्ति उत्पन्न करती है |आर्थिक समस्या से मुक्ति दिलाती है |व्यापारिक समस्या का निदान में सहायक होती है |यह जहाँ होती है वहां टोटकों का प्रभाव नहीं होता |यह गर्भपात रोकने में भी सहायक होती है किन्तु विधि भिन्न होती है |इसमें ऐसी शक्ति होती है की इच्छित लड़के या लड़की से विवाह भी करा सकती है इतनी प्रबल वशीकरण प्रभाव रखती है |लोकहित में इसकी विधि नहीं दी जा सकती |
हरसिंगार मूल
----------------- हरसिंगार एक बेहद तीव्र प्रभावकारी वनस्पति है जो धन -समृद्धि -शान्ति -सुरक्षा सब देता है |आकस्मिक आय के स्रोत बनाने और बढाने से यह बेहद कारगर है इसलिए शेयर -सट्टा -लाटरी -जुए -कमोडिटी वालों के लिए लाभदायक अधिक होती है |यह सभी के लिए समृद्धिदायक होती है |पति -पत्नी और परिवार के मनमुटाव कम करती है ,भूत -प्रेतों का उपद्रव शांत करती है |शत्रुओं पर विजय दिलाती है |
रुद्राक्ष
-------- रुद्राक्ष का प्रभाव जगजाहिर है ,इसपर अलग से बहुत कुछ लिखने की जरुरत नहीं ,पर यह शुभता बढाता है ,धनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि करता है ,शान्ति लाता है ,अशुभ ग्रहादी प्रभाव को समाप्त करता है |शिव जी की कृपा प्राप्त होती है |भूत -प्रेत -पिशाच -डाकिनी -उपरी हवा -टोन -टोटके -तंत्र मन्त्र के प्रभाव को समाप्त करता है |तेज और ओज में वृद्धि होती है |
मात्र इन १३ वस्तुओं से अंदाजा लगाया जा सकता है की यह गुटिका क्यों और कैसे चमत्कारी है जबकि इसमें अतिरिक्त ८ वस्तुएं और हैं जो बेहद दुर्लाभ और महत्वपूर्ण हैं ,उनकी अपनी विशेषता और गुण है |इसके अतिरिक्त सभी महत्वपूर्ण मूल और वनस्पतियाँ तंत्र के सबसे महत्वपूर्ण और वर्ष के एक दिन ही उपलब्ध योग रविपुष्य योग में ही निकाली ,प्राण प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित होती हैं |अन्य वस्तुएं भी रविपुष्य योग में ही विशेष तांत्रिक पद्धति से प्राण प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित होती हैं जिससे इनके गुण कई गुना बढ़ जाते हैं |इसलिए यह गुटिका जहाँ भी राखी जाती है इसकी प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है वहां की नकारात्मक उर्जाओं पर |केवल सामान्य पूजा मात्र भी इसका उत्तम लाभ दिलाती है जबकि यदि ठीक से पूजा और मंत्र जप किया जाए तो लक्षित उद्देश्य की पूर्ती संभव हो जाती है |
इस गुटिका/डिब्बी के उपयोग से धन वृद्धि ,सम्मोहन ,वशीकरण ,वायव्य बाधाओं से सुरक्षा ,शत्रुओं से सुरक्षा ,अभिचार कर्म से सुरक्षा ,संपत्ति संवर्धन ,यात्रा में सुरक्षा ,विवाद-प्रतियोगिता में सफ़लता ,साक्षात्कार में सफ़लता ,द्युतक्रीडा -शेयर -सट्टा -लाटरी -कमोडिटी के कार्यों में सफलता ,आकस्मिक आय स्रोतों में वृद्धि ,सेल्स -मार्केटिंग के कार्यों में सफलता ,घर -मकान -दूकान के बंधन /तंत्र क्रिया की रोकथाम ,शत्रु से अथवा मुकदमे में विजय ,अधिकारी का अनुकूलन -वशीकरण ,गृह दोष-वास्तु दोष का शमन ,जमीन के नीचे की नकारात्मक ऊर्जा शमन ,मकान -दूकान -व्यावसायिक प्रतिष्ठान की नकारात्मक ऊर्जा या शक्ति का शमन ,गृह कलह का शमन ,ग्रह बाधा-अशुभत की समाप्ति ,प्रियजनों का अनुकूलन-वशीकरण किया जा सकता है |इसके अतिरिक्त भी यह गुटिका के अनेकानेक और विशिष्ट उपयोग हैं ,जिनके लिए विविध प्रकार की क्रियाएं की जा सकती है ,इसकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है ,उद्देश्य के अनुसार भिन्न क्रियाएं विभिन्न मनोकामनाएं पूर्ण कर सकती हैं |यह गुटिका हमारे वर्षों के tantra क्षेत्र में शोध का परिणाम है और इसके परिणाम अनुभूत हैं |...............................................................हर-हर महादेव

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