::::::::::::::महालक्ष्मी सर्वतोभद्र यन्त्र ::::::::::::::::
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यन्त्र रचना वर्ष में केवल एक बार दीवाली की रात्री में की जाती है ,इसे भोजपत्र पर अनार की कलम से अष्टगंध की स्याही से लिखा जाता है ,पश्चात पीले आसन पर प्रतिष्ठित कर पूजन-जप के बाद गुगुल का धुप और गुगुल से ही हवंन किया जाता है ,,इस यन्त्र के प्रभाव से यश-सम्मान-संपदा-सफलता सभी कुछ प्राप्त होता है ,दैवी कृपा से व्यक्ति सदैव संमृद्ध और सुखमय जीवन व्यतीत करता है .............................................हर-हर महादेव
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यन्त्र रचना वर्ष में केवल एक बार दीवाली की रात्री में की जाती है ,इसे भोजपत्र पर अनार की कलम से अष्टगंध की स्याही से लिखा जाता है ,पश्चात पीले आसन पर प्रतिष्ठित कर पूजन-जप के बाद गुगुल का धुप और गुगुल से ही हवंन किया जाता है ,,इस यन्त्र के प्रभाव से यश-सम्मान-संपदा-सफलता सभी कुछ प्राप्त होता है ,दैवी कृपा से व्यक्ति सदैव संमृद्ध और सुखमय जीवन व्यतीत करता है .............................................हर-हर महादेव
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