बुधवार, 27 नवंबर 2019

दिव्य डिब्बी से होली पर मनोकामना पूर्ति

होली पर पर जाग्रत करें दिव्य गुटिका की शक्ति और पूर्ण करें मनोकामना
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                  होली -दीपावली का हिन्दू समाज में अत्यधिक महत्त्व है क्योकि यह दोनों ही समय में रात्री का महत्वपूर्ण संयोग होता है ,और अन्धकार ,दुःख ,दारिद्य ,कष्ट से मुक्ति के प्रयोग किये जाते हैं |दीपावली की रात्री और होलिका दहन की रात्री का तंत्र जगत में अत्यधिक महत्त्व है क्योकि इस दिन किये गए तांत्रिक प्रयोग बहुत प्रभावकारी होते हैं |इस दिन लक्ष्मीप्राप्ति और दुर्भाग्य दूर करने से सम्बंधित अनेकानेक प्रयोग होते हैं जिनसे धन -समृद्धि -सुरक्षा प्राप्त होती है |इस रात्री को तांत्रिक सिद्धियाँ प्राप्त की जाती है |इस दिन नकारात्मक ऊर्जा हटाने के अनेक प्रयोग किये जाते हैं और नकारात्मक शक्तियों पर विजय से सम्बंधित अनुष्ठान भी संपन्न किये जाते हैं |इस दिन किये जाने वाले प्रयोग पूरे वर्ष प्रभावी रहते हैं |इस दिन विभिन्न विशिष्ट प्रयोगों के साथ ही कोई हत्थाजोड़ी को सिद्ध करता है |कोई गोमती चक्र सिद्ध करता है तो कोई कौड़ियाँ सिद्ध करता है |कोई यन्त्र सिद्ध करता है तो कोई सियार्सिंगी ,,कोई वनस्पति जड़ें सिद्ध करता है तो कोई शंख आदि सिद्ध करता है |सभी का उद्देश्य शक्ति प्राप्ति ,सिद्धि प्राप्ति अथवा धन प्राप्ति होता है |उपरोक्त अथवा इनसे सम्बंधित वस्तुएं सभी को मिल ही जाए जरुरी नहीं |सभी को सही चीजें ही मिले यह भी आवश्यक नहीं |इसलिए हम एक विकल्प प्रस्तुत कर रहे हैं ,जो आपके बहुत काम आ सकता है |जिसपर उपरोक्त लगभग सभी प्रयोग किये जा सकते हैं |हम एक दिव्य गुटिका अथवा चमत्कारी डिब्बी निर्मित करते हैं जिसमे लगभग २१ दुर्लभ वस्तुएं होती हैं |
                                आप दिव्य गुटिका का प्रयोग होलिका दहन की रात्री की साधना के लिए अगर करते हैं तो आपकी सभी क्षेत्रों की सफलता कई गुना बढ़ जाती है |क्योकि इस चमत्कारिक दिव्य गुटिका के मुख्य अवयव रवि पुष्य योग में निष्काषित अथवा अभिमंत्रित -प्राण प्रतिष्ठित हत्थाजोड़ी और सियार्सिंगी होते है ,जिनके साथ श्वेतार्क ,नागदौन ,महायेगेश्वरी ,एरंड ,अमरबेल ,हरसिंगार ,हाथी दांत ,गोरोचन ,पिली कौड़ी ,गोमती चक्र आदि विभिन्न २१ अद्भुत ,विशिष्ट और चमत्कारिक वनस्पतियाँ और वस्तुएं होती हैं ,जो मिलकर ऐसा अद्भुत प्रभाव उत्पन्न करते हैं की यह चमत्कारिक हो जाती है | यह सभी वस्तुएं विशिष्ट उच्च स्तर के साधक द्वारा विशिष्ट मुहूर्त में प्राण-प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित होती हैं ,जबकि उपयोग किये गए सामान भी विशिष्ट मुहूर्त में ही विशिष्ट तांत्रिक पद्धति से निष्कासित और प्राप्त किये हुए होते हैं |उपरोक्त वस्तुओं की उपयुक्त और विशिष्ट मुहूर्त में विशिष्ट तांत्रिक साधक द्वारा की गयी तांत्रिक क्रिया के बल पर यह गुटिका अति शक्तिशाली वशिकारक-आकर्षक -सुरक्षाप्रदायक ,धन-संमृद्धि प्रदायक हो जाती है |इससे निकलने वाली तरंगे साथ रखने वाले धारक के साथ साथ ही आसपास के लोगों को भी प्रभावित करती है, जिससे धारक को उपरोक्त लाभ मिलने लगते हैं |इस गुटिका की एक विशेषता है की यह आपके घर की या आपकी नकारात्मक ऊर्जा को सामने ला देती है |
                      इस गुटिका पर होली को किये गए आपके मंत्र जप अथवा साधनाए अथवा लक्ष्मी से सम्बंधित प्रयोग आपकी सफलता को बहुत बढ़ा देते हैं और आपके प्रयोग सफल होते हैं |अलग -अलग वस्तुओं को प्राप्त करना और उनके अलग अलग प्रयोग करने की बजाय एक साथ इनका प्रयोग अनेक कार्य सिद्ध करता है
                             इसमें उपयोग की गयी हत्थाजोड़ी में माता चामुंडा का वास माना जाता है |इस जड़ी का सर्वाधिक प्रभाव इसकी सम्मोहंनशीलता है | साधक [व्यक्ति] इसे लेकर कही भी जाये उसका विरोध नहीं होगा |सम्बंधित मनुष्य उसके अनुकूल आचरण और व्यवहार करेगा |इस जड़ी के इसी गुण [सम्मोहनशीलता ]के कारण ही बहुत से लोग इसका प्रयोग प्रेम सम्बन्धी मामलों में भी करते हैं ,,|पति-पत्नी के मामलों में यह अत्यंत उपयोगी भी है और सदुपयोग भी |सम्मोहन और वशीकरण [आकर्षण ]के अतिरिक्त इसका प्रयोग धन वृद्धि ,सुरक्षा ,सौभाग्य वृद्धि ,व्यापार बाधा हटाने आदि में भी किया जाता है और बेहद प्रभावी भी है | इसकी सम्पूर्ण विधि पूर्वक प्राण-प्रतिष्ठा इसे अमूल्य बना देती है |धारक या साधक यात्रा ,विवाद ,प्रतियोगिता ,साक्षात्कार ,द्युतक्रीडा ,और युद्धादी में यह साधक की रक्षा करके उसे विजय प्रदान करती है |भूत-प्रेत आदि वायव्य बाधाओं का उसे कोई भय नहीं रहता ,धन-संपत्ति देने में भी यह बहुत चमत्कारी सिद्ध होती है |इस पर विभिन्न प्रकार के वशीकरण-आकर्षण-सम्मोहन के प्रयोग किये जाते हैं ,विदेश यात्रा की रुकावटें दूर करने की क्रियाएं होती हैं ,घर की सुरक्षा की क्रियाएं होती हैं ,धन-संपत्ति-आकस्मिक लाभ सम्बन्धी क्रियाएं होती हैं ,व्यापार वृद्धि प्रयोग होते हैं ,मुकदमे में विजय ,विरोधियों की पराजय की क्रियाएं होती है ,,इसे जेब में रखा जाये तो सम्मान-सम्मोहंशीलता-प्रभाव बढ़ता है ,सामने के व्यक्ति का वाकस्तम्भन होता है ,आकस्मिक आय के स्रोत बनते हैं
                  दूसरी वस्तु सियार्सिंगी शत्रु पराभव ,सामाजिक सम्मान ,शरीर रक्षा ,श्री समृद्धि ,आकर्षण ,वशीकरण ,सम्मोहन ,धन-सम्पदा ,सुख शान्ति के लिए उपयोग की जा सकती है |किसी शुभ तांत्रिक मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठित और अभिमंत्रित सियारसिंगी वाद-विवाद ,युद्ध ,संकट ,आपदा ,से बचानेवाला भी सिद्ध होता है |यह रक्षा कार्यों में अद्भुत सफलतादायक कहा जाता है |इसे धारण करनेवाला व्यक्ति दुर्घटना ,विवाद ,युद्ध अथवा किसी अन्य संकट में पड़ने पर तुरंत ही आप्दामुक्त हो जाता है |इस पर धन-समृद्धि ,वशीकरण ,सम्मोहन ,सुरक्षा से सम्बंधित विभिन्न क्रियाएं भी होती हैं ,जैसी आवश्यकता हो |केवल मंत्र और पद्धति ही बदलती है सियारसिंगी वही रहता है |इसे रखने वाला व्यक्ति जहाँ भी जाता है वहां का वातावरण उसके अनुकूल हो जाता है | इसी प्रकार इस गुटिका में शामिल २१ वस्तुओं में से हर वस्तु का अपना एक अलग और विशिष्ट बहुआयामी प्रभाव है |इनके बारे में लिखने पर कई पोस्ट कम हो जायेंगे |वैसे भी यह हमारे गोपनीय खोज हैं अतः सभी वस्तुओं और उनके प्रभावों के बारे में बता पाना भी संभव नहीं |
                      इस गुटिका/डिब्बी के उपयोग से धन वृद्धि ,सम्मोहन ,वशीकरण ,वायव्य बाधाओं से सुरक्षा ,शत्रुओं से सुरक्षा ,अभिचार कर्म से सुरक्षा ,संपत्ति संवर्धन ,यात्रा में सुरक्षा ,विवाद-प्रतियोगिता में सफ़लता ,साक्षात्कार में सफ़लता ,द्युतक्रीडा -शेयर -सट्टा -लाटरी -कमोडिटी के कार्यों में सफलता ,शत्रु से अथवा मुकदमे में विजय ,अधिकारी का अनुकूलन -वशीकरण ,गृह दोष-वास्तु दोष का शमन ,गृह कलह का शमन ,ग्रह बाधा-अशुभत की समाप्ति ,प्रियजनों का अनुकूलन-वशीकरण किया जा सकता है |इसके अतिरिक्त भी यह गुटिका के अनेकानेक और विशिष्ट उपयोग हैं ,जिनके लिए विविध प्रकार की क्रियाएं की जा सकती है ,इसकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है ,उद्देश्य के अनुसार भिन्न क्रियाएं विभिन्न मनोकामनाएं पूर्ण कर सकती हैं |यह गुटिका हमारे वर्षों के tantra क्षेत्र में शोध का परिणाम है और इसके परिणाम अनुभूत हैं |
                     इस डिब्बी के उद्देश्य विशेष के साथ प्रयोग भी विशिष्ट हो जाते हैं |लक्ष्मी प्राप्ति हेतु इस पर लक्ष्मी या कमला के मंत्र जप किये जा सकते है |अभिचार या तांत्रिक बाधा हटाने के लिए इस पर काली ,तारा ,बगला ,दुर्गा के मंत्र किये जा सकते हैं |किसी कार्य में आ रही बाधा हटाने के लिए इस पर भैरव ,हनुमान आदि के मन्त्र किये जा सकते हैं | यह शेयर ,सट्टा ,लाटरी ,कमोडिटी ,मार्केटिंग ,सेल्स से जुड़े लोगों को स्वाभाविक लाभ देती है क्योकि इसमें आकस्मिक आय प्रदान करने में सहयोगी tantra वस्तुएं है जो आकर्षण शक्ति बढ़ाने के साथ आय बढाती हैं |नकारात्मक ऊर्जा हटाने के लिए इसपर काली ,चामुंडा ,दुर्गा के मंत्र विशिष्ट प्रभाव उत्पन्न करते हैं |यह अभिचार हटाने और उसका प्रभाव कम करने का काम करती है |भूत-प्रेत ,वायव्य बाधाओं को इससे कष्ट होता है और काली ,दुर्गा के मंत्र से उनकी शक्ति कम होती है |गणपति मंत्र करने से सुख -समृद्धि प्राप्त होती है |आकर्षण ,वशीकरण मंत्र का जप करने से आकर्षण प्रभाव उत्पन्न होता है |ग्रहण में मंत्र इस पर जपने से इसका प्रभाव और मंत्र का प्रभाव दोनों बढ़ते हैं |
                          जिस तरह का आपका उद्देश्य हो अथवा जिस समस्या से आप मुक्ति पाना चाहते हों उससे सम्बंधित शक्ति का मंत्र जप आप इसे सामने रख होली की रात्री को करें |इससे यह गुटिका वर्ष भर आपको उस उद्देश्य के लिए क्रियाशील रहेगी ,भले ही आपने इस पर कोई भी और प्रयोग किया हो ,अथवा बाद में करते रहें |यह सभी उदेश्यों के अलग अलग प्रयोग और उद्देश्य पूर्ण करने में सक्षम है |होली के बाद भी उद्देश्य अनुसार अलग प्रयोग करते रहें और अपने उद्देश्य पूर्ण करते रहें |........................................................................हर-हर महादेव 

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